उत्तर प्रदेश

Lucknow अंसल कर्मियों ने ही कम्पनी को लगाया चूना, ग्राहकों के फर्जी हस्ताक्षर कर अपनी कम्पनी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम से कराया जुर्माने का आदेश

SANTOSI TANDI
7 Oct 2023 6:48 AM GMT
Lucknow  अंसल कर्मियों ने ही कम्पनी को लगाया चूना, ग्राहकों के फर्जी हस्ताक्षर कर अपनी कम्पनी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम से कराया जुर्माने का आदेश
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ने ही कम्पनी को लगाया चूना, ग्राहकों के फर्जी हस्ताक्षर कर अपनी कम्पनी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम से कराया जुर्माने का आदेश
उत्तरप्रदेश अंसल एपीआई की महिला कर्मचारी और पूर्व कानूनी सलाहकार ने कुछ लोगों से साठगांठ कर अपनी ही कम्पनी में करोड़ों रुपये का घोटाला कर डाला.
आरोपियों ने एडवान्स देकर भूखण्ड-फ्लैट आवंटित कराने वाले ग्राहकों के फर्जी हस्ताक्षर कर उपभोक्ता फोरम में केस भी अपनी कम्पनी के खिलाफ कराया. फिर उपभोक्ता फोरम से प्रति ग्राहक लाखों रुपये ब्याज सहित देने का आदेश दिखाकर कम्पनी को नुकसान पहुंचाया. एक गिरोह की तरह काम कर रहे इन लोगों ने उपभोक्ता फोरम के कई फर्जी आदेश भी तैयार किये. इस फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपित व अंसल एपीआई का वकील मुजीफ इफेंडी इस समय जेल में हैं.
किस्त अदा न कर पाने वाले ग्राहकों के सहारे की ठगी पुलिस अफसरों के मुताबिक अंसल एपीआई के लिए मुकदमों की पैरवी करने वाला मुजीब इफेंडी और महिला कर्मचारी अश्विनी सिंह ने आवंटन कराने के बाद किस्त जमा न कर पाने वाले ग्राहकों को अपना शिकार बनाया. ग्राहक जब अंसल के कार्यालय में जाकर अपनी इस पीड़ा को बताते तो ये लोग सक्रिय हो जाते थे. ग्राहक एडवांस के तौर पर दी रकम लौटाने को कहते तो ये लोग उसकी मजबूरी का फायदा उठा अपना खेल शुरू कर देते थे. कृष्णानगर निवासी सुबीर सरकार ने 31 अगस्त, 2022 को मुजीब इफेंडी और अश्विनी सिंह, अरुण मिश्र के खिलाफ इस में एफआईआर दर्ज करायी थी. इसमें उसने कई खुलासे किये. जेसीपी कानून व्यवस्था उपेन्द्र कुमार अग्रवाल को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने विवेचकों को कई बिन्दुओं पर जांच करने के निर्देश दिये थे. सुबीर सरकार के जब बयान हुये तो पता चला कि इस तरह से करोड़ों रुपये अंसल एपीआई के हड़प लिये गये. साथ ही कई ग्राहकों के फर्जी हस्ताक्षर कर उनके साथ ठगी हुई, उपभोक्ता फोरम के साथ भी फर्जीवाड़ा किया गया.
चार मुकदमों की विवेचना में हुआ खुलासा सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली में गोमतीनगर, विश्वासखंड निवासी प्रज्ञेश मिश्र ने 28, जुलाई, 2022 को अश्वनी सिंह व 10 अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद 22 अगस्त, 2022 को आजमगढ़ निवासी संतोष कुमार ने अश्विनी सिंह व अन्य और 31 अगस्त, 2022 को सुबीर सरकार ने मुजीब व अश्विनी सिंह के खिलाफ ऐसी धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज करा दी. इसी साल आठ सितम्बर को आजमगढ़ के विनय कुमार गुप्ता ने अश्विनी सिंह व मुजीब इफेंडी के खिलाफ रिपोर्ट लिखायी.
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