उत्तर प्रदेश

Lucknow: अंधविश्वास की बलि चढ़ी 8 साल की छात्रा

Admindelhi1
7 Feb 2025 10:12 AM GMT
Lucknow: अंधविश्वास की बलि चढ़ी 8 साल की छात्रा
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"पति-पत्नी ने मिलकर की हत्या"

लखनऊ: दुबग्गा के बरावनखुर्द में अंधविश्वास में पड़े एक पति-पत्नी ने मिलकर 8 वर्षीय छात्रा की निर्मम हत्या कर दी। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा पुलिस ने बुधवार देर रात किया, जब आरोपी पत्नी जुगनू को गिरफ्तार किया गया।

जिन्नाद के अंधविश्वास में दी मासूम की बलि

गिरफ्तार जुगनू ने पुलिस को बताया कि उसका पति सोनू तांत्रिक गतिविधियों में लिप्त था। वह दावा करता था कि उसके ऊपर जिन्नाद आता है और उसी के कहने पर उसने छात्रा की बलि चढ़ा दी। जुगनू के अनुसार, सोनू कई बार उस पर भी हमला कर चुका था। जब पुलिस ने पूछताछ के लिए उसे थाने बुलाया, तो घर लौटने के बाद सोनू ने खुद को फंदे से लटकाकर आत्महत्या कर ली।

कैसे हुई मासूम की हत्या

23 जनवरी को 8 वर्षीय छात्रा सब्जी बेचने निकली थी, तभी गांव के ही सोनू पंडित ने उसे अपने घर सब्जी पहुंचाने को कहा।

जैसे ही छात्रा घर के अंदर गई, जुगनू ने सब्जी लेने से मना कर दिया।

इस दौरान सोनू ने छात्रा को चाय पीने के लिए कहा, जिसे पीते ही वह बेसुध हो गई।

रात 12 से 1 बजे के बीच तांत्रिक पूजा की गई, जिसमें तीन गेंदे के फूल, नौ लौंग और सिंदूर का उपयोग किया गया था।

छात्रा के गले में तीन काले धागों की माला पहना दी गई, फिर सोनू ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी, जबकि जुगनू ने मुंह दबा दिया, ताकि उसकी चीखें बाहर न जाएं।

छूटने की कोशिश में छात्रा का सिर जोर से फर्श पर टकरा गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

शव को छिपाने की कोशिश

डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि जुगनू ने पूछताछ में सभी आरोप कबूल कर लिए।

हत्या के बाद सोनू ने फर्श पर फैले खून को लाल टी-शर्ट से साफ किया और वही टी-शर्ट छात्रा को पहना दी।

फिर उसके हाथ-पैर बांधकर शव को शीशे के बॉक्स में छिपा दिया और चारों तरफ अखबार लगा दिए ताकि किसी को शक न हो।

अगली सुबह 7 बजे, सोनू ने शव को साइकिल पर लादकर सैरपुर नाले में फेंक दिया।

24 जनवरी को सोनू की साइकिल से जाने की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई, जिससे पुलिस को सुराग मिला।

गले की माला से पुलिस को हुआ संदेह

इंस्पेक्टर अभिनव कुमार के अनुसार, जब छात्रा का शव बरामद हुआ, तो उसके गले में काले धागों की तीन माला थी, जिससे तांत्रिक क्रिया का संदेह हुआ।

सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर छात्रा को सोनू के घर में जाते देखा गया।

28 जनवरी को सोनू को पूछताछ के लिए बुलाया गया, जहां उसके मोबाइल में आपत्तिजनक वीडियो और मैसेज मिले।

डिलीट किए गए मैसेज रिकवर करने पर पता चला कि सोनू को शक था कि पुलिस उसके मोबाइल को सर्विलांस पर रख सकती है।

चूड़ी की रस्सी ने खोला हत्या का राज

डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव के अनुसार, हत्या का खुलासा एक चूड़ी के डिब्बे को बांधने वाली रस्सी से हुआ।

जिस रस्सी से छात्रा के हाथ-पैर बांधे गए थे, उसका एक सिरा सोनू की साइकिल में बंधा मिला।

जब पुलिस ने जुगनू से इस बारे में पूछताछ की, तो उसने गलत जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश की।

बाद में उसने स्वीकार किया कि सोनू को तांत्रिक बाबा की मदद से जिन्नाद मिल गया था और उसी को खुश करने के लिए उसने छात्रा की बलि दे दी।

पुलिस ने जुगनू को जेल भेजा

इस मामले में मुख्य आरोपी सोनू आत्महत्या कर चुका है, लेकिन उसकी पत्नी जुगनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस इस पूरे मामले की तांत्रिक कनेक्शन और अन्य संभावित अपराधों को लेकर जांच कर रही है।

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