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कान्हा की नगरी में तेजी से बढ़ रहे मदिरा के शौकीन
मथुरा न्यूज़: गैर प्रांत से अवैध रूप से लाकर बेची जाने वाली शराब पर पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग की कड़ाई के चलते जिले में शराब की बिक्री में बढ़ोत्तरी हुई है. यही कारण है कि प्रदेश में टॉप-10 में चल रहे मथुरा जिले में फरवरी माह में शराब की उपभोग आधारित राजस्व वृद्धि में पिछले वर्ष के सापेक्ष चालू वर्ष में प्रथम स्थान पर रहा है जबकि मुरादाबाद प्रदेश में सबसे निचले पायदान पर रहा.
कभी कान्हा की नगरी में दूध की नदियां बहा करती थीं. लोग दूध, दही और घी का सेवन करते थे. मदिरापान या मदिरा का सेवन ना के समान होता था. दौर बदलने लगा और दूध की कमी होने लगी तो शनै-शनै ब्रज में भी शराब के सेवन करने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने लगी तो उसकी खपत में लगातार वृद्धि होती चली गयी.
कुछ समय पहले जिले में शराब, बीयर के ठेके दर्जनों की संख्या में होते थे, जो वर्तमान में बढ़कर सैंकड़ों में हो गए है. शराब, बीयर का प्रचलन भी युवा वर्ग में बढ़ा है. बात चालू वित्तीय वर्ष की करें तो प्रदेश के 75 जिलों में आबकारी विभाग के ठेके संचालित हैं. इनमें तमाम जिले ऐसे हैं, जिनमें मथुरा जनपद से अधिक देसी-विदेशी मदिरा के ठेके, बार व मॉडल शॉप हैं. इसके बाद भी चालू वर्ष में मथुरा जिला शराब की उपभोग आधारित राजस्व वृद्धि के मामले में लगातार टॉप-10 में स्थान बनाये हुए है. बात अगर फरवरी माह की करें तो इस माह में मथुरा में पिछले वर्ष के सापेक्ष शराब के उपभोग आधारित राजस्व वृद्धि दर में प्रदेश में प्रथम स्थान पाया है.
फरवरी माह का यह है आंकड़ा
आबकारी विभाग के आंकडों पर नजर डालें तो पिछले साल मदिरा का उपभोग राजस्व 34.64 था, जो कि चालू फरवरी माह में 53.39 प्रतिशत पर पहुंच गया, जबकि मुरादाबाद जिले में पिछले साल फरवरी माह में उपभोग राजस्व 38.08 था, जो चालू फरवरी माह में 39.39 प्रतिशत रहा. प्रदेश में मथुरा प्रथम स्थान पर है, जबकि चालू वर्ष में मथुरा शराब की उपभोग आधारित राजस्व वृद्धि के आधार पर प्रदेश में टॉप-10 में स्थान बनाये हुए है.
फरवरी माह तक प्राप्त राजस्व
जिले भर में शराब, बीयर, देशी शराब के करीब पांच सैंकडा ठेके, बार और मॉडल शॉप पर बिक्री हो रही है. आबकारी विभाग के आंकडों की मानें तो विभाग ने वर्ष-2022-23 में फरवरी माह तक 577.94 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया गया है, जो गत वर्ष से 16.46 प्रतिशत अधिक है.