उत्तर प्रदेश

Greater Noida के इरोस सोसायटी में बिजली गुल होने से लिफ्ट हुई बंद

Admindelhi1
13 July 2024 6:28 AM GMT
Greater Noida के इरोस सोसायटी में बिजली गुल होने से लिफ्ट हुई बंद
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सोसायटी के लोगों को सीढ़ियों का इस्तेमाल करने को मजबूर होना पड़ा

नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित इरोस संपूर्णम सोसायटी में सुबह ट्रांसफार्मर में दिक्कत की वजह सेकरीब पांच घंटे बिजली गुल रही. डीजी सेट भी बैठ गया, इस कारण लिफ्ट बंद हो गई. ऐसे में सोसायटी के लोगों को सीढ़ियों का इस्तेमाल करने को मजबूर होना पड़ा.

सुबह बारिश शुरू होने के साथ ही सोसायटी में सुबह बिजली गुल हो गई. सोसायटी निवासी मनीष ने बताया कि सुबह से ही बिजली गुल थी. डीजी सेट से बिजली की आपूर्ति शुरू की गई लेकिन कुछ देर बाद वह भी बंद हो गया. बिजली की आपूर्ति बाधित होने से लिफ्ट बंद हो गई, जिसके कारण ऊपर की मंजिल पर चढ़ने में लोगों को काफी दिक्कत हुई. घरेलू सहायिकाओं को 18-19 फ्लोर तक जाने में काफी समस्या हुई. पहर करीब बजे स्थिति सुधरी. निवासियों ने बताया कि मेंटेनेंस वालों ने नोटिस दिया था. उसमें कहा गया था कि बिजली डीजी पॉवर पर होने के कारण एसी, माइक्रोवेव आदि जैसे भारी उपकरणों का उपयोग न करें.

ग्रेनो में सड़कों और गलियों में पानी भरा: मानसून की पहली बारिश ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दावे की पोल खोल दी. जगह-जगह पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. शहर के औद्योगिक सेक्टरों और आसपास के गांवों की सड़कें और गलियां जलमग्न हो गईं. हालांकि जानकारी होने पर प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची जल निकासी का प्रबंध किया.

बारिश के कारण जलभराव से सबसे अधिक दिक्कत फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को हुई. कच्ची सड़क से न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर्स कंपनी के सामने से उद्योग केंद्र- 2 को जाने वाले मुख्य रास्ते पर घुटनों तक जलभराव हो गया. इस रास्ते से से तीन हजार श्रमिक और उद्यमी अपनी फैक्टरी में जाते हैं. इस रास्ते पर हर साल जलभराव होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उद्यमी अमित उपाध्याय ने बताया कि यहां डीएससी रोड पर नाले के चौड़ीकरण का काम चल रहा है. नाला बंद होने की वजह से बारिश का पानी बाहर नहीं जा पा रहा है,जिसकी वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है. पिछले माह से नाले के चौड़ीकरण का काम चल रहा है,लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है.

उद्यमियों का कहना है कि बारिश के मौसम में हर साल जलभराव की स्थिति का सामना करना पड़ता है. प्राधिकरण के अधिकारी हर साल दावा करते हैं,लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है. नालियों की सफाई का काम सही ढंग से नहीं किया गया.

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