उत्तर प्रदेश

लश्कर आतंकी पाशा पिछले साल मंगलुरु बम धमाके का मास्टरमाइंड था

Sonam
31 July 2023 9:15 AM GMT
लश्कर आतंकी पाशा पिछले साल मंगलुरु बम धमाके का मास्टरमाइंड था
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जेल में बंद लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी अफसर पाशा को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि जांच के दौरान पता चला है कि जेल में बंद लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी अफसर पाशा (Afsar Pasha) पिछले साल नवंबर में हुए मंगलुरु बम विस्फोट का मास्टरमाइंड था और उसने मामले के आरोपियों को कुकर बम बनाने का प्रशिक्षण दिया था।उन्होंने कहा, पाशा ने पहले बांग्लादेश में बम बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया था और फिर उसने कर्नाटक की जेल में रहने के दौरान मंगलुरु विस्फोट मामले के आरोपियों को प्रशिक्षण दिया था।

जांच के दौरान भी पता चला कि प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने पहले पाशा के बैंक खाते में पांच लाख रुपये स्थानांतरित किए थे। उन्होंने कहा कि पाशा द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक "व्यापक रिपोर्ट" तैयार की है। रिपोर्ट को आगे की जांच के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस), एनआईए और इंटेलिजेंस ब्यूरो के साथ साझा किया गया है।

एनआईए और पुलिस जांच में हुआ खुलासा

पुलिस ने कहा कि पाशा वर्तमान में नागपुर सेंट्रल जेल में बंद है, क्योंकि उसे कथित तौर पर गैंगस्टर जयेश पुजारी द्वारा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को की गई धमकी भरे कॉल की जांच के सिलसिले में इस महीने की शुरुआत में पड़ोसी राज्य कर्नाटक की जेल से शहर लाया गया था। पुलिस अधिकारी ने कहा, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और पुलिस द्वारा की जा रही जांच के दौरान यह पता चला कि पाशा मंगलुरु बम विस्फोट मामले का मास्टरमाइंड था। उन्होंने कहा, जांच के दौरान मंगलुरु विस्फोट मामले के आरोपी मोहम्मद शारिक को कुकर बम बनाने का प्रशिक्षण देने में पाशा की संलिप्तता सामने आई है।

पिछले साल 19 नवंबर को मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में धमाका हुआ था। इस मामले का आरोपी कर्नाटक के शिवमोग्गा का रहने वाला शारिक (Shariq) ऑटोरिक्शा में डेटोनेटर, तार और बैटरी लगे प्रेशर कुकर के साथ था, जब ऑटोरिक्शा में विस्फोट हुआ था। पुलिस ने कहा था कि विस्फोट अचानक नहीं हुआ था बल्कि गंभीर क्षति पहुंचाने के इरादे से किया गया आतंकवादी कृत्य था।

पाशा को इससे पहले 2012 में जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के लिए आतंकवादियों की भर्ती के मामले में दोषी ठहराया गया था। वह कथित तौर पर दिसंबर 2005 में बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) पर हुए आतंकी हमले में भी शामिल था। बेंगलुरु विस्फोट मामले में कर्नाटक के बेलगावी की हिंडाल्गा जेल में बंद पाशा को नितिन गडकरी धमकी कॉल मामले में 14 जुलाई को नागपुर लाया गया था। फिलहाल वह यहां जेल में बंद है।

पुलिस अधिकारी ने कहा, पाशा कई साल पहले ढाका में बम बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भारत लौटा था। वह पहले बेंगलुरु में हुए एक विस्फोट में शामिल था। इसके बावजूद, पहले की जांच के दौरान मंगलुरु विस्फोट में उसकी भूमिका को नजरअंदाज कर दिया गया था। उन्होंने कहा, यह पता चला है कि पाशा और जयेश पुजारी उर्फ कांथा उर्फ शाहिर, बेलगावी की हिंडाल्गा जेल में कैद के दौरान इस्लामी कट्टरपंथ का प्रचार कर रहे थे। आरोपी जेल के कैदियों को प्रभावित कर रहे थे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पाशा ने शारिक को कुकर बम बनाने का प्रशिक्षण दिया था, जिसका इस्तेमाल मंगलुरु विस्फोट मामले में किया गया था।

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