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एक दिवसीय कार्यशाला में नशे से मुंह मोड़ने की दी सीख
इलाहाबाद न्यूज़: राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम की ओर से बहरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शिविर का आयोजन किया गया. सीएमओ डॉ. आशु पांडेय के निर्देशन में डॉक्टर और मानसिक रोग के चिकित्सकों ने लोगों को नशे से दूरी बनाने के लिए प्रेरित किया.
सीएचसी अधीक्षक अभिमन्यु कुमार ने कहा कि नशा समाज को घुन की तरह नष्ट कर देता है. इस कैंप में शामिल कॉल्विन के मनोचिकित्सक डॉ. राकेश पासवान ने नशे की वजह से होने वाली शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक क्षति के बारे में लोगों को बताया. साथ ही मानसिक रोग के लिए नशे की लत को एक प्रमुख वजह बताया. उन्होंने कहा कि शौक के तौर पर कम उम्र में शुरू नशे की लत गृहस्थी को बर्बाद कर देती है. उन्होंने कहा कि निश्चय करके लोग नशे से दूरी बना सकते हैं. इस अवसर पर 13 लोगों को दिव्यांगता का प्रमाण पत्र दिया गया. 25 लोगों को नशे से छुटकारा के लिए दवा और परामर्श दिया गया. सामाजिक कार्यकर्ता जयशंकर पटेल के साथ ही स्वास्थ्य केंद्र के दूसरे कर्मचारी भी मौजूद रहे.
एक दिवसीय कार्यशाला में नशे से मुंह मोड़ने की दी सीख मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय एवं नोडल अधिकारी एनसीडी सेल के नेतृत्व में कॉल्विन अस्पताल में नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ कार्यशाला का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि डॉ. वीके मिश्रा रहे. अस्पताल में मौजूद मरीज, तीमारदार, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी आदि को बताया कि डोपामिन न्यूरोट्रांसमीटर नशे के व्यवहार की तरफ हमें अग्रसर करता है. एक फीलगुड की फीलिंग हमारे अंदर पैदा करता है और जिसे बार-बार फील करने के लिए व्यक्ति नशे का आदी हो जाता है. यही आगे चलकर मानसिक स्वास्थ्य को पूरी तरीके से प्रभावित कर देता है.
अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. श्रीप्रकाश, डॉ. दयानंद, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. संकल्प शुक्ला आदि ने बताया कि नशा करने से फेफड़े, लीवर, आंत, हृदय और किडनी की कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. कार्यक्रम का संचालन नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. ईशान्या राज ने किया.