उत्तर प्रदेश

एलएलबी पर भारी पड़ रहा है लॉ फाइव इयर, पीसीएस जे परिणाम 52 में से 34 बीएएलएलबी के रहे विद्यार्थी

Harrison
4 Sep 2023 12:43 PM GMT
एलएलबी पर भारी पड़ रहा है लॉ फाइव इयर, पीसीएस जे परिणाम 52 में से 34 बीएएलएलबी के रहे विद्यार्थी
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उत्तरप्रदेश | सिविल जज जूनियर डिविजन के पद पर चयन के लिए होने वाली लोक सेवा आयोग की पीसीएस जे भर्ती परीक्षा में पांच वर्षीय विधि यानी बीएएलएलबी के विद्यार्थियों का दबदबा बढ़ रहा है. पीसीएस जे 2023 के चयनितों में बीएएलएलबी करने वालों की संख्या त्रिवर्षीय विधि पाठ्यक्रम यानी एलएलबी के मुकाबले करीब तीन गुना है.
आयोग की तरफ से इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा तो जारी नहीं किया जाता है पर रिजल्ट के रुझान से स्पष्ट है कि चयनितों में एलएलबी की तुलना में बीएएलएलबी करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या काफी ज्यादा है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि विभाग के अध्यक्ष प्रो. आरके चौबे ने बताया कि पीसीएस-जे 2023 में कुल 52 छात्रों का चयन हुआ है. इसमें 34 छात्र बीएएलएलबी की पृष्ठभूमि से हैं. उन्होंने कहा कि बीएएलएलबी 2015-20 बैच के ज्यादा विद्यार्थियों के हाथ सफलता लगी है. खास यह भी है कि टॉप फाइव में पीसीएस जे की टॉपर निशि गुप्ता, दूसरी रैंक पाने वाले शिशिर यादव और पांचवीं रैंक पर चयनित जाह्नवी वर्मा ने इविवि से इसी बैच से बीएएलएलबी की पढ़ाई की है.
खास बात यह है कि इसी बैच के तकरीबन दस छात्र-छात्राओं को पीसीएस जे में सफलता मिली है. टॉपरों के अलावा सत्यम शुक्ल, शुकुति सिंह, विभा, मेधा, अनामिका 2015-20 बैच की हैं.
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