उत्तर प्रदेश

कार्तिक मेले का अंतिम पड़ाव आज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

Admin4
6 Nov 2022 5:53 PM GMT
कार्तिक मेले का अंतिम पड़ाव आज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
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अयोध्या। कार्तिक मेले के अंतिम पड़ाव पूर्णिमा स्नान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। सोमवार को दूसरी पहर 3:37 बजे पूर्णिमा तिथि लग जाएगी। चंद्र ग्रहण के चलते पूर्णिमा तिथि पर सूतक का भी प्रभाव रहेगा। ऐसे में धार्मिक मान्यता के मुताबिक उदया तिथि व स्नान-दान को लेकर भीड़ मध्य रात्रि के बाद उमड़ने के आसार हैं। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पहले से तैयार रणनीति को रिव्यू किया है। सोमवार को अधिकारियों की ब्रीफिंग कर जरूरी हिदायत दी जाएगी।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर सुरक्षा और व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने मेला क्षेत्र को पांच जोन में बांटा है। तीन सुपर जोनल, पांच जोनल और एक सब जोनल व 25 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की है। मेला कंट्रोल रूम को सक्रिय किया गया है और प्रभारी की दो शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है।
सोमवार को अपराह्न 3:37 बजे पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी और शाम को 5:10 बजे चंद्रग्रहण शुरू होगा, जिसका मोक्ष 6:19 पर होना है। परंपरा और मान्यता के मुताबिक चंद्रग्रहण शुरू होने के 9 घंटा पूर्व ही सूतक लग जाएगा और मठ-मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। पूर्णिमा तिथि मंगलवार को अपराह्न 3:33 बजे तक रहेगी लेकिन इस पर चंद्रग्रहण का प्रभाव पड़ना तय है। मेले के नोडल अधिकारी एडीएम सिटी सलिल कुमार पटेल और एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि पूर्णिमा स्नान को लेकर ड्यूटी आवंटित कर दी गई है। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। घाट और मठ-मंदिरों पर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
धार्मिक मान्यता के मुताबिक उदयातिथि को ही माना जाता है। लेकिन श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ इससे इतर व्यवहार करती दिखी है। फिर भी माना जा रहा है कि सोमवार की मध्यरात्रि के बाद सरयू के घाटों पर स्नान-दान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी। यह सिलसिला सूतक लगने के पहले तक जारी रहेगा। बदले हालात को लेकर पुरे मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण के साथ ही कुछ घंटों तक सरयू के स्नान घाटों और मठ-मंदिरों पर भीड़ का दबाव पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती होगा। सूतक के चलते रामलला का दर्शन भी श्रद्धालुओं को महज एक घंटे सुबह 7 से 8 बजे के बीच ही मिल पाएगा। अन्य मठ-मंदिर भोर में जल्दी खुल जाते हैं लेकिन ग्रहण को लेकर सभी के कपाट सुबह 8 बजे लगभग बंद हो जाएंगे। जिसके चलते अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं की प्राथमिकता कपाट बंद होने के पूर्व दर्शन-पूजन की होगी।
सुरक्षा के मद्देनजर आठ एडिशनल एसपी, 24 डिप्टी एसपी, 120 निरीक्षक/उपनिरीक्षक, 12 महिला उपनिरीक्षक, 1200 आरक्षी/मुख्य आरक्षी, 150 महिला आरक्षी, 1 कंपनी सीआरपीएफ, 5 कंपनी पीएसी, 1 कंपनी पीएसी फ्लड दल की तैनाती की गई है। साथ ही आमाजिक तत्वों की निगरानी व कार्रवाई के लिए स्पाटर दस्ते, बीडीडीएस, एएस चेक टीम, एटीएस कमांडो, एसटीएफ दस्ता के अलावा खुफिया एजेंसियों को लगाया गया है।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर सोमवार की दोपहर 12 बजे से रामनगरी में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। पड़ोसी जनपद गोंडा के कटरा लकड़मंडी से कोई वाहन पुराने सरयू पुल के रास्ते रामनगरी नहीं आ पाएगा। गोरखपुर-लखनऊ मार्ग, रायबरेली मार्ग, प्रयागराज सुल्तानपुर हाइवे व अंबेडकरनगर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के चार पहिया वाहन साकेत पुल के बायें सत्यदेवपुरम, भारी वाहन/चार पहिया नया रोडवेज हाइवे व बैकुण्ठधाम के दायें व बायें खाली मैदान तथा दिल्ली सेवा संस्थान के खाली मैदान सरयू नदी पार बस्ती की तरफ पार्क होंगे। साथ ही श्रद्धालुओं के चार पहिया/दो पहिया वाहन चौरसिया रेस्टोरेंट के बगल मे खाली मैदान, रामकथा कुन्ज व सामने के खाली मैदान, विवेक सृष्टि के खाली मैदान, रामकथा संग्रहालय के पीछे फटिकशिला के खाली मैदान व चार पहिया वाहन हनुमानगुफा के बगल मैदान, बिजली घर के खाली मैदान, वीवीआईपी एवं मेला ड्युटी में लगे अधिकारी व कर्मचारी के वाहन पार्क होंगे।
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