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गोरखपुर न्यूज़: जमीन की जालसाजी का ‘नटवरलाल’ ओम प्रकाश उर्फ ओपी पाण्डेय की तीन करोड़ रुपये की कीमत की सम्पत्ति जिसमें आरके पुरम कालोनी महादेव झारखंडी टुकड़ा नम्बर दो की जमीन है, उसे डीएम के आदेश पर टीम ने जब्त कर लिया है. इससे पहले मोहद्दीपुर स्थित मकान के जमीन और गाड़ी को जिसकी अनुमानित कीमत दो करोड़ रुपये थी उसे जब्त किया था. गैंगस्टर में वांछित चल रहे ओम प्रकाश को सात फरवरी 2022 को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गोरखपुर में ही उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं. इनमें ज्यादातर मुकदमा बीते 2021 में दर्ज किए गए हैं.
कैंट क्षेत्र के मोहद्दीपुर चार फाटक रोड के रहने वाले ओमप्रकाश पण्डेय पर जमीन से जुड़े जालसाजी का केस सात साल पहले दर्ज हुआ था लेकिन जब उसकी शिकायत मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंची तो फिर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू किया. भू माफिया के लिस्ट में नाम न होने पर भी मुख्यमंत्री ने अफसरों को फटकार लगाई थी. जिन लोगों ने भी ओम प्रकाश के खिलाफ तहरीर दी पुलिस ने उनका केस दर्ज किया. कैंट पुलिस ने ओम प्रकाश के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की है. इसी के साथ उसके ऊपर 25 हजार का इनाम भी रखा गया था. ओम प्रकाश पर केस भले ही एक-एक कर दर्ज किए जा रहे थे लेकिन वह गोरखपुर पुलिस को खूब छका रहा था. उसका लोकेशन राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों में मिल रहा था पर पुलिस उस तक पहुंच पाती उससे पहले वह गायब हो जाता था.
पुलिस ने सात फरवरी 2022 को उसे गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की थी. इस बार कैंट पुलिस ने पिछले दिनों उसकी सम्पत्ति का लेखा जोखा हासिल कर डीएम को रिपोर्ट भेजी थी. मई 2022 में गलत ढंग से कमाई गई संपत्ति से दो कार, एक स्कार्पियों, एक बाइक और मोहद्दीपुर के मकान को जब्त कर तहसीलदार सदर को रिसीवर नियुक्त किया गया था तब जब्त की गई सम्पत्ति की कीमत दो करोड़ रुपये थी. इस बार आरके पुरम कालोनी महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर-2 स्थित जमीन को नायब तहसीलदार खोराबार ने जब्तीकरण की कार्यवाही की है. जब्त की गई सम्पत्ति की कुल कीमत तीन करोड़ बताई जा रही है.
ओपी की पत्नी सहित अन्य पर दर्ज है केस ओम प्रकाश ही नहीं उसकी पत्नी सुनैना व सहयोगी संजय पांडेय के अलावा सनी देवल, धीरज सहित कई लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज कर रखा है.
प्रदेश स्तर पर माफिया की सूची में शामिल है विनोद
गोरखनाथ थाने के हिस्ट्रीशीटर विनोद उपाध्याय पर रंगदारी, वसूली, हत्या की कोशिश सहित 25 मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. वह कुछ दिन पहले तक फतेहगढ़ जेल में बंद था. जटेपुर उत्तरी निवासी विनोद को ठेकेदार से रंगदारी मांगने में कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. विनोद को हाल में ही गैंगस्टर के मामले में जारी एनबीडब्ल्यू में भी पुलिस ने तलाश शुरू की थी. इस बीच अब गुलरिहा थाने में दर्ज एफआईआर में भी तलाश शुरू हो गई है. विनोद उपाध्याय पर शिकंजा कसने के लिए इनाम घोषित करने की भी तैयारी है.