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श्रम पोर्टल के आंकड़े हैं गवाह, पुरुषों से ज्यादा महिलाएं कामगार
न्यूज़क्रेडिट: newsnationtv
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महिलाएं इतनी तेजी से सशक्त हो रही हैं इसका अंदाजा सरकार के श्रम पोर्टल से लगाया जा सकता है. अगर हम बात करें महिलाओं की श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की तो वह पुरुषों से आगे हैं. अब तक अपडेट आंकड़ों के मुताबिक, पुरुष कामगार 3.94 करोड़ हैं जबकि महिला कामगारों की संख्या 4.34 करोड़ हो गई है. 2.77 करोड़ महिलाएं अपना घर चलाने को घरेलू काम कर रही हैं. यह आंकड़े बता रहे हैं कि यूपी की महिलाओं का स्वावलम्बन के लिए घर से निकलना बढ़ा है और भारतीय जनता पार्टी इससे बड़ी उपलब्धि के तौर पर देख रही है.
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भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि महिलाओं को उत्तर प्रदेश में बेहतर माहौल मिला है. यही वजह है कि रोजगार से जुड़ने का लगातार प्रयास कर रही हैं और सरकार की योजनाएं तो महिलाओं को और मजबूत बना रही हैं. वहीं, विपक्ष में बैठी समाजवादी पार्टी इसमें भी सरकार की नाकामी बता रही है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता का दावा है कि उत्तर प्रदेश में 6:00 बजे के बाद महिलाएं घर से निकलने में डरती हैं. यहां महिला जज सुरक्षित नहीं है तो आम महिलाएं कैसे रोजगार के लिए आगे आएंगे सरकार महज आंकड़ों का खेल दिखाने की कोशिश करती.
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यूपी की महिला कामगार सबसे आए
आकड़ों की मानें तो महिला कामगारों की कुल संख्या में भी यूपी सभी राज्यों से बहुत आगे है. यूपी की महिला कामगार कृषि, घरेलू कामकाज, बिल्डिंग-हस्तनिर्मित उत्पाद निर्माण, परिधान, लेदर, शिक्षा, हेल्थकेयर, फूड इंड्स्ट्री, ज्वैलरी, प्रिटिंग, म्यूजिकल उपकरण के निर्माण क्षेत्र, संगठित रिटेल क्षेत्र में, टेक्सटाइल-हैण्डलूम,आटोमोबाइल-ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में काम करने लगी हैं. वे अपने पैरों पर खड़े होने के लिए छोटे-बड़े हर काम को कमर कस रही हैं. सात साल पहले लेदर इंडस्ट्री में यूपी में 11 लाख कामगार पंजीकृत थे. अब यह आंकड़ा 19 लाख पार कर गया है. इसमें महिलाओं की संख्या सात लाख दर्ज की गई है. पहले यह संख्या 2.78 लाख थी.