उत्तर प्रदेश

सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज में बाल वाटिका शुरू होगी

Admindelhi1
16 April 2024 6:33 AM GMT
सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज में बाल वाटिका शुरू होगी
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एक निजी संस्थान को बाल वाटिका चलाने का जिम्मा दिया गया

नोएडा: कासना स्थित सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज में अब बाल वाटिका शुरू की जाएगी. इसे लेकर तैयारियां तेजी से की जा रही हैं. एक निजी संस्थान को बाल वाटिका चलाने का जिम्मा दिया गया है. फिलहाल संस्थान विद्यालय में बच्चों के लिए कमरे को सजाने का काम कर रहा है. जल्द ही अगले सप्ताह के अंत तक बाल वाटिका में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया जाएगा.

सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज में पहली बार बाल वाटिका शुरू की जा रही है. इसमें बालक और बालिका दोनों को शिक्षित किया जाएगा. बाल वाटिका में छात्रों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसेे चलाने का जिम्मा क्रैडल संस्था को दिया गया है. यह संस्था विद्यालय में बच्चों के लिए पढ़ने और खेलकूद सहित अन्य सुविधाओं को विकसित करेगी. साथ ही उनके ही शिक्षक आकर विद्यालय में छात्रों को पढ़ाएंगे. सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल प्रीति फौगाट ने बताया कि बाल वाटिका में छात्रों के लिए संस्थान की ओर से कमरा तैयार कराया जा रहा है. यह अगले सप्ताह के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद छात्रों के लिए प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. छोटे बच्चों के लिए कक्षाओं में खिलौने भी मांगे गए हैं. साथ ही कक्षा को सजाया जा रहा है. दीवार पर कार्टून, एबीसीडी, फूल तथा इत्यादि चित्र बनाए जा रहे हैं. इससे बच्चे कक्षा में आकर पूर्ण आनंद ले सकें.

प्राथमिक विद्यालयों में रीडिंग कैंपेन की शुरुआत: जिले के प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को किताब पढ़ने की आदत डालने के लिए रीडिंग कैंपेन शुरू की गई. इसके तहत पुस्तकालयों में बैठकर बच्चे एक घंटे तक किताबें पढ़ीं. छात्रों का हौसला बढ़ाने के लिए शिक्षकों ने भी उनके साथ पुस्तक पढ़ीं. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने बताया कि जीवन में टेक्नोलॉजी का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. सभी जानकारी बच्चों को फोन, कंप्यूटर आदि उपकरणों पर मिल रहे हैं. इस वजह से बच्चों की किताबों से दूरी बन रही है. ऐसे में शिक्षा विभाग ने चारों ब्लॉक के सभी विद्यालयों में रीडिंग कैंपेन का शुभारंभ किया. बच्चों को किताब पढ़ने की आदत नहीं छूट सके, इसके लिए छात्रों को पुस्तकालय में बैठकर एक घंटे के लिए पुस्तक पढ़ाई गई.

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