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आगरा: आप बुजुर्ग हैं अकेले रहते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है. कमिश्नरेट में पुलिस आपका ध्यान रखेगी. आपकी सुरक्षा करेगी. आप को कोई दिक्क्त तो नहीं यह भी आपसे जानेगी. थाना स्तर पर बुजुर्गों से संपर्क की जिम्मेदारी सिपाहियों को दी गई है. डाटा जुटाया जा रहा है. पुलिस ने बुजुर्गों की लिस्ट नगर निगम से ली है.
ताजनगरी में बड़ी संख्या में बुजुर्ग अकेले रहते हैं. उनके बच्चे बाहर नौकरी करते हैं. कभी कोई दिक्कत होती है तो वे किससे मदद मांगें. कमिश्नरेट में खाकी बुजुर्गों की मददगार बनने जा रही है. पुलिस आयुक्त के निर्देश पर थानावार डाटा कलेक्शन किया जा रहा है. पूर्व में बुजुर्गों के साथ ताजनगरी में कई सनसनीखेज वारदातें हो चुकी हैं. बुजुर्ग अपने आप को अकेला नहीं समझें. भयभीत नहीं हों. पुलिस ने बुजुर्गों की सूची नगर निगम से ली है. जो बुजुर्ग परिवार के साथ रहते हैं उनसे भी संपर्क किया जा रहा है. बीट के सिपाही उन्हें फोन कर रहे हैं. उनसे परिवार के एक और सदस्य का नंबर मांग रहे हैं. ताकि उसे अपने रिकार्ड में रख सकें.
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि अभियान के पीछे मुख्य उद्देश्य बुजुर्गों की सुरक्षा और उनका भरोसा जीतना है. आने वाले समय में सभी बुजुर्गों को 112 से जोड़ा जाएगा. ताकि उनके एक फोन कॉल पर रेस्पोंस टाइम अच्छा हो. समय पर पुलिसकर्मी उनसे मिलेंगे. फोन पर बातचीत करेंगे. यह जानने का प्रयास करेंगे कि उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं है. वे सुबह टहलने जाते हैं. घर से बाहर जाते हैं तो कोई भय तो नहीं सताता. कोई परेशान तो नहीं करता है. डीसीपी सिटी ने बताया कि शहर के सभी थानों में बीट के सिपाहियों से प्रतिदिन की रिपोर्ट भी ली जा रही है.