- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- गंगा के दोनों तटों पर...
उत्तर प्रदेश
गंगा के दोनों तटों पर बंधा बनाने के लिए केडीए उपाध्यक्ष ने दिया डीपीआर तैयार करने का निर्देश
Shantanu Roy
8 Sep 2022 6:12 PM GMT

x
बड़ी खबर
कानपुर। गंगा के दोनों तटों पर बांध बनाये जाने को लेकर केडीए के उपाध्यक्ष अरविन्द सिंह ने गुरूवार को सिंचाई विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए विवरण पस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही एनजीटी के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा है। कानपुर विकास प्राधिकार के उपाध्यक्ष ने सिचाई विभाग से गंगा के किनारे लगे पत्थर के कारण निर्माण कार्य में आ रही समस्याओं पर गहन चर्चा की। आम जनता के हितों को देखते हुए नो-कान्सट्रक्शन एवं रेगुलेटेड जोन बनाये जाने हेतु लिये गये आधार से को अवगत कराया जाय। गंगा के किनारे बसे पुराने गांवों एवं आवासीत क्षेत्रों में रहे रहे आम जनमानस के जानमाल की सुरक्षा के लिए मार्जिनल बांध बनाये जाने की आवश्यकता ध्यान देेने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि नो-डेवलपमेन्ट एवं नो-कान्सट्रक्शन जोन तथा रेगूलेटेड जोन के निर्देशांको के आधार पर कानपुर विकास क्षेत्र की महायोजना-2031 (प्रारूप) में प्रदर्शित किया गया है। इस सम्बन्ध में 20 अक्टूबर 2021 को बैठक में महायोजना 2031 (प्रारूप) का प्रस्तुतिकरण किया था। जिसमें एनजीटी के 13 जुलाई 2017 के आदेश गंगा के किनारे सौ मीटर तक उन्नाव एवं कानपुर क्षेत्र में निर्माण पर पूरी तरह से रोक लगाया गया है। जिसकें बाद जीपीएस के आधार पर पत्थर लगाये जा रहें है। नगर नियोजक ने इंगित किया है कि जनपद उन्नाव मे नो कन्सट्रक्शन जोन चिन्हांकन की लाइन गंगा नदी के अत्यधिक समीप है जबकि कानपुर की ओर की लाइन खासकर गंगा बैराज से बिठूर की ओर जाने वाली बंधा रोड के साथ है तथा रेगुलेटेड जोन लाइन इससे भी काफी आगे लगभग एक किलो मीटर से अािक है। इस बंधा रोड तथा गंगा नदी के पास काफी आबादी विकसित है। बाढ़ से सुरक्षित करने की योजना तैयार करना आवश्यकता है। गंगा के किनारे स्थित क्षेत्रों में अध्यासित गांव के लोगों को बाढ़ से जानमाल की क्षति से बचाने के दृष्टिगत सिंचाई विभाग के अधिकारियों को मार्जिनल बांध के सम्बन्ध में परीक्षण कर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजने का निर्देश दिया।
Next Story