उत्तर प्रदेश

काशी लाखों दीयों की रौशनी से जगमगाया, हर तरफ दिखा दिव्य और भव्य नजारा

Deepa Sahu
19 Nov 2021 3:14 PM GMT
काशी लाखों दीयों की रौशनी से जगमगाया, हर तरफ दिखा दिव्य और भव्य नजारा
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तीनों लोकों से न्‍यारी भगवान शिव की नगरी काशी शुक्रवार की शाम एक बार फिर ऐतिहासिक नजारों का गवाह बनी।

यूपी। तीनों लोकों से न्‍यारी भगवान शिव की नगरी काशी शुक्रवार की शाम एक बार फिर ऐतिहासिक नजारों का गवाह बनी। राजघाट पर उद्घाटन का औपचारिक दीया जलने से पहले ही सभी 84 गंगा घाटों पर अलौकिक छठा बिखर गई। गंगा पार रेती पर भी दीपकों ने लोगों को आकर्षित किया। पहली बार लोगों ने जल और थल के साथ ही नभ से भी आकर्षक नजारे का दिदार किया।

गंगा घाटों की सीढ़ियों और नाव के साथ ही रंग बिरंगे गुब्बारों (हॉट एयर बैलून) से इस बार देव दीपावली देखने का लोगों ने आनंद उठाया। गंगा उस पार डोमरी से उड़ाए गए बैलून से घाटों की अद्भुत छठा दिखाई दी। अपनी आंखों से अनूठे उत्सव का नाजारा लेने के लिए लाखों लोग गंगा घाटों पर पहुंचे। घाट की ओर जाने वाली हर गली लोगों से ठसाठस भरी दिखाई दी। बार-बार गंगा में बढ़ाव ने हालांकि इस बार लोगों को थोड़ा परेशान किया। कुछ घाटों पर सिल्ट की सफाई पूरी नहीं होने से दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा।
सूर्य अस्‍त होते ही माटी के दीपों में तेल की धार बह चली और रुई की बाती तर होते ही प्रकाशित होने को आतुर नजर आई। गोधूलि बेला के साथ ही एक-एक कर दीपों की अनगिन श्रृंखला पूर्णिमा के चांद की चांदनी को चुनौती देने के लिए बेकरार हो चली। दीपों की अनगिन कतारों से घाटों की अर्धचंद्राकार श्रृंखला दिन ढलते ही नहा उठी और मुख्‍य घाट पर आयोजन में शामिल उजाला मानो चंद्रहार में लॉकेट की भांति नदी के दूसरे छोर से प्रकाशित नजर आने लगा। पचगंगा घाट पर हजारा (हजार दीपों) और शिवाला घाट पर लेजर शो के आयोजन ने देव दीपावली पर अलग ही शमां बांध दी। अस्सी के सामने इलेक्ट्रानिक आतिशाबाजी का भी इस बार लोगों को नजारा देखने को मिला। इस दौरान दर्जनों घाटों पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी लोगों का मन मोहा। शहर के विभिन्न सरकारी संस्थानों, भावनों व बिजली पोल को भी इस दौरान तिरंगे रंग के झालरों से सजाया गया है।
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