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कपिल देव ने फिर छेड़ा मोरना मिल के विस्तार का राग, योगी ने नहीं की थी सुनवाई
लखनऊ -उत्तर प्रदेश में दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद भी मोरना चीनी मिल के विस्तार का हर चुनाव में किया जाने वाला वायदा सिर्फ चुनावी जुमला ही बनकर रह गया है अब जब 2024 के लोकसभा चुनाव सिर पर आ गए हैं, ऐसे में बीजेपी के नेताओं ने मोरना चीनी मिल के विस्तार का राग फिर छेड़ दिया है। प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी से मुलाकात करके एक बार फिर से मोरना मिल के विस्तार का सपना दिखाया है हालाँकि गन्ना मंत्री विधानसभा में साफ़ कर चुके थे कि मोरना मिल के विस्तार की कोई योजना ही प्रस्तावित नहीं है जबकि शुक्रतीर्थ में खुद योगी इस मांग पर ‘मौनी बाबा’ बनकर चले गए थे।
उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल का कहना है कि वे अब मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण की क्षेत्रीय किसानों की बरसों पुरानी मांग को साधने में जुट गये हैं, उनका दावा है कि वे लगातार इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।
आपको बता दे कि शुकतीर्थ में गंगा धारा के शुभारंभ में आये सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने भी कपिल देव ने मंच से इसकी मांग उठाई थी, मंच पर ही मौजूद केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने भी समर्थन देते हुए बल दिया था लेकिन योगी ने कोई उत्तर नहीं दिया था और दोनों मंत्रियों की मांग को अनसुनी करके चले गए थे।
अब मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने प्रदेश के गन्ना मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी से मुलाकात करते हुए मोरना मिल के विस्तारीकरण को स्वीकृति दिलाने का आग्रह किया है, ताकि क्षेत्र के किसानों को इसका लाभ मिल सके। कपिल देव ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मोरना मिल की क्षमता बढ़ाने की मांग क्षेत्रवासी लंबे समय से कर रहे हैं। इसी को लेकर वे आज गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी से उनके आवास पर मिले तथा मिल के विस्तारीकरण की मांग की।
आपको बता दे कि दी गंगा किसान सहकारी चीनी मिल्स की स्थापना मोरना में 16 नवंबर, 1984 को की गई थी। गन्ने की पैदावार को देखते हुए मिल की पेराई क्षमता शुरूआत से ही कम थी। मोरना शुगर मिल की पेराई क्षमता 25 हजार कुंतल प्रतिदिन रही, जबकि क्षेत्र में गन्ने की लगातार बढ़ती पैदावार के चलते मिल की क्षमता बढ़ाने की मांग क्षेत्रवासी लंबे समय से कर रहे है । इसी को लेकर किसान बार-बार जनप्रतिनिधियों से मिल के विस्तारीकरण की मांग करते रहते है। अनेक बार किसान इसी मांग को लेकर आंदोलन कर चुके हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल मिल के विस्तारीकरण को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक हर मंच पर कई बार इस मांग को उठा चुके है। भाजपा की सरकार आई, तो इस मांग के पूरा होने की उम्मीद भी जगी थी साल 2021 में प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा और खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चुनाव के दौरान मोरना शुगर मिल का विस्तार कराने का ऐलान भी किया था लेकिन यह केवल 2022 के चुनाव से पूर्व सरकार का एक चुनावी शिगूफा ही साबित हुआ।
मीरापुर से रालोद विधायक चंदन सिंह चौहान ने विधानसभा में गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी से मोरना मिल के विस्तार की योजना के बारे में सवाल किया तो उन्होंने साफ कर दिया था कि सरकार की वर्तमान में मिल को विस्तार देने की कोई योजना नहीं है और न ही इस पर काम किया जा रहा है। गन्ना मंत्री ने साफ़ कर दिया था कि मोरना मिल के लिए कोई बैंक कर्जा देने को भी तैयार नहीं है ऐसे में इस मिल के विस्तार की सम्भावना नहीं है। अब मंत्री कपिल देव ने 2024 के चुनाव से पहले एक बार फिर मोरना मिल के विस्तार का राग छेड़ दिया है।