उत्तर प्रदेश

यूपी का सबसे गर्म जिला कानपुर, पारा पहुंचा 47 डिग्री के पार

Deepa Sahu
6 Jun 2022 8:31 AM GMT
यूपी का सबसे गर्म जिला कानपुर, पारा पहुंचा 47 डिग्री के पार
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उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी चरम की ओर पहुंच रही है।

उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी चरम की ओर पहुंच रही है। दिन में तेज धूप और लू कहर बरपाने लगी है। प्रदेश में रविवार को सबसे गर्म कानपुर रहा। यहां दिन का पारा 47.3 डिग्री दर्ज किया गया। पांच लोगों की मौत भी हीट स्ट्रोक के चलते हुई है जबकि 60 लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।

लखनऊ, कानपुर समेत पूरा मध्य यूपी भीषण तपन और लू की चपेट में है। बुंदेलखंड में भी लोग गर्मी से बेहाल हैं। यूपी में लगातार दूसरे दिन कानपुर सबसे गर्म रहा। यहां गर्मी ने पिछले 52 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एयरफोर्स वेदर स्टेशन के अनुसार अधिकतम पारा लगातार दूसरे दिन 47.3 डिग्री पर पहुंच गया। सीएसए विश्वविद्यालय में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री और न्यूनतम 26.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार सात जून तक हीट वेव का यलो अलर्ट बना रहेगा। वहीं, लखनऊ में अधिकतम पारा 42.6 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में सिर्फ बहराइच और गोरखपुर में रविवार को दिन का तापमान 40 डिग्री से कम रहा। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि फिलहाल गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। तापमान में और बढ़ोतरी होगी।
लखनऊ, कानपुर समेत पूरा मध्य यूपी भीषण तपन और लू की चपेट में है। बुंदेलखंड में भी लोग गर्मी से बेहाल हैं। यूपी में लगातार दूसरे दिन कानपुर सबसे गर्म रहा। यहां गर्मी ने पिछले 52 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एयरफोर्स वेदर स्टेशन के अनुसार अधिकतम पारा लगातार दूसरे दिन 47.3 डिग्री पर पहुंच गया। सीएसए विश्वविद्यालय में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री और न्यूनतम 26.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार सात जून तक हीट वेव का यलो अलर्ट बना रहेगा। वहीं, लखनऊ में अधिकतम पारा 42.6 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में सिर्फ बहराइच और गोरखपुर में रविवार को दिन का तापमान 40 डिग्री से कम रहा। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि फिलहाल गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। तापमान में और बढ़ोतरी होगी।
गेहूं और मक्का सर्वाधिक प्रभावित
सीएसए के अनुसार गेहूं की फसल बढ़ते तापमान से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। फिलहाल रिपोर्ट तैयार हो रही है लेकिन औसतन 14 फीसदी से अधिक नुकसान गेहूं उत्पादन में हुआ है। मक्का का उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। दाना बनने की प्रक्रिया में अधिक तापमान नुकसानदेह रहा है। चना भी अधिक प्रभावित हुआ।

छाता और पानी लेकर घर से निकलें
भीषण गर्मी को देखते हुए डॉक्टरों ने सलाह दी है कि धूप में बाहर निकलने से बचें। अगर निकलना जरूरी है तो छाता व सिर पर कपड़ा जरूर बांधें। साथ में पानी जरूर रखें।

भविष्य के मौसम पर भी पड़ेगा असर
सीएसए के एग्रोमेट्रोलॉजिस्ट डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि मार्च से मई तक तापमान सामान्य से अधिक रहा है। यह अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों को प्रभावित करने वाला रहा है। इसका कृषि पर ही नहीं, सामाजिक सरोकारों के साथ भविष्य के मौसम पर भी पड़ेगा।हीट स्ट्रोक और डायरिया से पांच मरे, 60 मरीज भर्ती

रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के चलते बीमारियां का हमला तेज हो गया है। हीट स्ट्रोक, डायरिया ने फिट लोगों को भी बीमार कर दिया है। बीते 24 घंटे में शहर में हीट स्ट्रोक और डायरिया ने पांच लोगों की जान ले ली है। मरने वालों में दस साल का बच्चा भी है। वहीं गर्मी की वजह से बीमारों का अस्पताल पहुंचने का रिकार्ड भी टूटा है। हैलट-उर्सला के साथ नर्सिंग होम में शनिवार रात से रविवार शाम तक 60 मरीजों को भर्ती किया गया। सभी में गर्मी और लू के कारण ईलेक्ट्रोसाइट असंतुलन पाया गया है। हैलट की इमरजेंसी में मरीजों का रात से भीड़ लगी है। प्राथमिक उपचार कर मरीजों को मेडिसिन वार्ड और वार्ड 1 में शिफ्ट किया जा रहा है।

पहली बार शहर के साथ ग्रामीण इलाकों से भी मरीजों की भीड़ आ रही है। शुक्लागंज के रहने वाले रामेश्वर प्रसाद (71) और सफीपुर की रजनी (52) को रात में ही हैलट इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। जिन्हें हीट स्ट्रोक के साथ ही हार्ट अटैक भी पड़ा था। रविवार सुबह रामेश्वर तो दोपहर में रजनी ने दम तोड़ दिया। डायरिया से चौबेपुर के किशोर (10 ) की मौत सीएचसी में हो गई।
अधिकतम सामान्य तापमान और औसत

महीना सामान्य औसत
-मार्च 30.8 33.4
-अप्रैल 37.6 41.0
-मई 40.2 40.3


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