उत्तर प्रदेश

Kanpur: गला दबाकर छात्रा की हत्या ,शरीर पर मिले 40 से ज्यादा चोटें

Tara Tandi
1 Feb 2025 6:57 AM GMT
Kanpur: गला दबाकर छात्रा की हत्या ,शरीर पर मिले 40 से ज्यादा चोटें
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Kanpur कानपुर । महाराजपुर थानाक्षेत्र के एक गांव से अपहृत 11 वर्षीय छात्रा की हत्या गला दबाकर बड़ी ही क्रूरतापूर्वक की गई थी। उसके चेहरे, कंधे, पीठ, गला के साथ शरीर के अन्य जगह कुल 40 से ज्यादा चोटें मिली हैं। दुष्कर्म की आशंका को देखते हुए स्लाइड बनाई गई। साथ ही छात्रा के नाखून, बाल और कपड़े जांच के लिए सुरक्षित किए गए। छात्रा की इतनी चोटें देख एक बार दो डॉक्टरों का पैनल भी सकते में पड़ गया।
अनुमान लगाया जा रहा है, कि किसी रंजिशन छात्रा के साथ क्रूरतापूर्वक वारदात को अंजाम दिया गया होगा। बवाल और हंगामे की आशंका के मद्देनजर गांव छावनी में तब्दील कर दिया। गम और गुस्से के बीच छात्रा का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं बेटी को याद करके माता पिता और बहनें रोती बिलखती रहीं। पोस्टमार्टम के दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई गई।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. अजीत यादव और डॉ. प्रेमलता के अनुसार छात्रा के कंधे और चेहरे पर 18 चोटें वहीं कंधे से लेकर कमर तक 19 चोटें और कमर के नीचे तीन चोटें मिली है। इसी प्रकार और अन्य चोटें भी हैं। डॉक्टर यह भी अनुमान लगा रहे हैं, कि उसने अपने को बचाने के प्रयास किए होंगे। संभावना है, कि उसके साथ हत्यारोपियों ने मारपीट भी की है।
गुरुवार को घर से 200 मीटर की दूरी पर अरहर के खेत में रक्तरंजित शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। अपहृत छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या करने का आरोप लगाकर हंगामा हुआ। जिसके बाद काफी पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार और अन्य अफसरों के पहुंचने के बाद करीब चार घंटे बाद शव को उठने दिया जा सका था। इस हत्याकांड के बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजने के बाद पूरी तरह से अलर्ट मोड पर थी।
शुक्रवार को कमिश्नरेट के अफसर दिनभर गांव में पल-पल की मानीटरिंग कर रहे थे। बवाल और आशंका के मद्देनजर पूरी रात और दिनभर पूरा इलाका छावनी में तब्दील रहा। अफसरों ने जिलाधिकारी से आदेश लेने के बाद गुरुवार देर रात पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद पुलिस के पहरे में शव गांव पहुंचाया गया। यहां शुक्रवार सुबह परिजनों के गम और गुस्से व चीखपुकार के बीच अंतिम संस्कार के लिए शव ले जाया गया।
जहां गांव का हर एक कोई रोता बिलखता नजर आया। पूरे गांव में चूल्हे नहीं जले। परिजन बेटी की यादकर बदहवास हो गए। किसी तरह महिला पुलिसकर्मियों और अन्य ग्रामीणों महिलाओं ने उन्हें संभाला। वहीं इस सनसनीखेज वारदात के 24 घंटे से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ हत्यारोपियों तक नहीं पहुंच सके हैं।
एडीसीपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि अनुमान है, कि हत्यारोपी कोई बहुत करीबी ही है। फिलहाल पकड़े गए तीनों से पूछताछ की जा रही है। अंतिम संस्कार के बाद एसीपी की टीम गांव पहुंची और छात्रा के पिता से बातचीत करने के बाद गांव के कुछ लोगों से भी बातचीत की। आरोपी इसी गांव के होने का अनुमान है, लिहाजा सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी गई।
भीम आर्मी और बसपा के बीच नारेबाजी
छात्रा का शव उठने के दौरान भीम आर्मी और बीएसपी के पदाधिकारी गांव पहुंच गए और पुलिस विरोधी नारेबाजी करने लगे। इस दौरान लोगों को समझाने की कोशिश की गई। दोनों पक्ष अलग-अलग हंगामा करने की योजना बनाने लगे। लेकिन परिवार वालों की समझदारी और पुलिस की सक्रियता देख हंगामे के मंसूबे सफल नहीं हो सके।
गांव या आस पास का हत्यारोपी
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है, कि छात्रा की अपहरण कर नृशंस हत्या करने वाला हत्यारा गांव का या परिवार का कोई करीबी है। अनुमान लगाया जा रहा है, कि छात्रा ने हत्यारे को न सिर्फ पहचान लिया था बल्कि आरोपियों को ये भी डर था कि अगर वह जिंदा घर चली गई तो उनके लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी। इलरे बाद क्रूरतापूर्वक घटना को अंजाम दिया गया।
क्षेत्र का डेटा डंप किया
पुलिस ने बुधवार रात का एरिया का डेटा डंप किया है। दरअसल रात के समय इस सुनसान स्थान पर कैमरा भले न हो लेकिन आने जाने वालों की संख्या सीमित रही होगी, इस वजह से डेटा डंप करने से पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिल सकती है। फिलहाल पुलिस अंधेरे में हाथ पांव मार रही है। छात्रा के परिवार से किसी से भी छोटा, बड़ा विवाद भी तलाशा जा रहा है।
घटना को लेकर निकाला कैंडल मार्च
महाराजपुर में हुए जघन्य हत्याकांड के बाद शहर में बेटियों की सुरक्षा को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। छात्रा की क्रूरतापूर्वक हत्या के बाद नौबस्ता के आवास विकास में रहने वाले लोगों ने उसकी आत्मा की शांति के लिए कैंडल मार्च निकाला। महिलाओं ने हाथों में कैंडिल लेकर हत्यारोपियों की फांसी की मांग की। करीब आधा किमी तक महिलाएं, पुरुषों ने शामिल होकर उस छात्रा को न्याय दिलाने की मांग की ।
यह था मामला
महाराजपुर के एक गांव निवासिनी छात्रा पुरवामीर जूनियर हाई स्कूल में कक्षा आठ की छात्रा थी। 27 जनवरी को वह बकरी चराने गई थी। शाम साढ़े चार बजे के आस पास वह बकरी लेकर वापस आ गई। तीन बकरियां तो उसके साथ आ गई थीं लेकिन चौथी बकरी नहीं आई थी। तीन बकरियों को घर में बांधने के बाद वह चौथी बकरी को तलाशने गई थी। देर शाम तक न लौटने पर परिवार वालों ने तलाश किया। न मिलने पर पुरवामीर पुलिस चौकी में जानकारी दी। इसके बाद से पुलिस परिवार वालों के साथ छात्रा की तलाश कर रही थी। जब मामले में पुलिस की सुस्त पड़ी तो हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम दे दिया था।
हत्यारोपियों की तलाश में चार टीमें लगाई गई हैं। कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है, जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।
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