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कानपूर: मूलगंज में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान मोहम्मद के मामले में दाखिल चार्जशीट में एक बड़ा खुलासा हुआ है. मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम का हवाला कारोबार करने वाले मतीन को तलाशने के लिए कानपुर पुलिस की टीम डॉ. रिजवान को लेकर कोलकाता गई थी. वहां पुलिस ने कई स्थानों पर शातिर की तलाश छापे भी मारे थे. पुलिस को डॉ. रिजवान और मतीन का कनेक्शन मिला था.
पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक 22 दिसम्बर 2022 को न्यायालय एसीएमएम द्वितीय कोर्ट में पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दी थी. इस दौरान विवेचक इंस्पेक्टर सूर्यबली पाण्डेय की तरफ से दी गई रिपोर्ट में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय अपराधी दाऊद इब्राहिम जो पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के संरक्षण में रह रहा है, उसका संबंध भारत में हवाला रैकेट का संचालन कर रहे मुतीन से है. मुतीन के बारे में बांग्लादेशी डॉ. रिजवान ने बताया है कि वह कोलकाता में मिल सकता है. कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद पुलिस डॉ. रिजवान को लेकर कोलकाता पहुंची थी.
● मूलगंज में पकड़ा गया था अवैध रूप से रह रहा बांग्लादेशी नागरिक डॉ़. रिजवान
● कोर्ट में पुलिस द्वारा कस्टडी रिमांड की अर्जी में इस बात का किया था खुलासा
मौसेरी बहन के यहां लेकर गया था मतीन को
रिपोर्ट में जानकारी दी गई कि पुलिस को लेकर डॉ. रिजवान सन्डल स्ट्रीट स्थित मौसेरी बहन मसर्त कलीम के यहां ले गया. बहन ने बताया कि बहुत पहले डॉ.रिजवान दो लोगों को घर पर लेकर आया था. बहन ने मतीन को पहचानने से इनकार कर दिया था. इसके बाद टीम को लेकर रिजवान बैरकपुर स्थित टॉकीज ले गया. वहां भी मतीन के बारे में पूछा गया. फिर रिजवान टीम लेकर पुरानी जेल बैरकपुर पहुंचा. फिर वह कोलकाता कैंट पैतृक घर पर लेकर गया. डॉ. रिजवान ने टीम को जानकारी दी कि मतीन यहां नहीं है. मतीन के न मिल पाने के बाद टीम 24 दिसम्बर 2022 को कानपुर आ गई थी और फिर डॉ. रिजवान को 25 दिसम्बर 2022 को जेल में दाखिल कर दिया गया.