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कानपूर: विदेश में नौकरी दिलाने वाले गिरोह के बिहार के निवासी को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
स्टेट क्राइम न्यूज़ अपडेटेड: विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर ठगों ने एक युवक को अपने जाल में ऐसा फंसा लिया कि इंटरव्यू, डाक्यूमेंट वैरीफिकेशन के बहाने बनाकर लगभग साढ़े 26 लाख रुपये ठग लिये। मोटी रकम देने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी और जालसाजों द्वारा पैसों की डिमांड बंद नहीं हुई, तब पीड़ित युवक को अपने साथ साइबर फ्राड होने का एहसास हुआ। पीड़ित युवक ने थाना कल्याणपुर में मामला दर्ज कराया। क्राइम ब्रांच ने ठग गिरोह के एक जालसाज को रविवार को दबोच लिया, बाकी की तलाश में जुटी है। घटनाक्रम के मुताबिक बीते साल अक्टूबर माह की 09 को आवेदक सोंगता चक्रवर्ती निवासी थाना कल्यानपुर द्वारा साइबर सेल (अपराध शाखा) कानपुर नगर को एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया। प्रार्थना पत्र में बताया गया कि उसके साथ विदेश मे नौकरी लगवाने के नाम पर 26,48,470 लाख रुपये का फ्रॉड हुआ है। साइबर सेल द्वारा की गयी त्वरित कार्यवाही में पता चला कि आवेदक ने 20 नवम्बर 2021 को नौकरी के लिये ऑनलाइन मोमस्टेर पोर्टल पर आवेदन किया था। जिसके बाद आवेदक के पास फोन आता है कि क्या आप सिंगापुर में नौकरी करना चाहोगे। जिस पर आवेदक द्वारा सहमति दी गयी और उसके जरुरी दस्तावेज लिये गये। उसके बाद 23 नवम्बर 2021 को इन्टरव्यू कराने के नाम पर 4200 रुपये फ्रॉडिस्टर द्वारा अपने बैंक खाता में डलवाये गये। उसके बाद दस्तावेजों की जांच (वैरीफिकेशन), वीजा ऐप्लीकेशन, ऐम्प्लोई ऐग्रीमेन्ट, मिनिस्ट्री ऑफ मैनपॉवर, बैंक गारंटी आदि के नाम पर अलग-अलग बैंकोंं के खातों में 26,48,470 लाख रुपये ट्रान्सफर करा लिये गये।
मामले में डीसीपी क्राइम ब्रांच सलमान ताज पाटिल ने बताया कि जांच कर रही टीम द्वारा की गयी कार्यवाही में एक अभियुक्त दीपक कुमार पुत्र देवेन्द्र सिंह निवासी 140 एन0एच0-30 शाहपुर पटना, बिहार प्रांत को गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्त के खिलाफ थाना कल्यानपुर से कार्यवाही करते हुए जेल भेजा गया। क्राइम ब्रांच अन्य अभियुक्तों की तलाश करने में जुटी हुई हैं।