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कानपूर: सदर कोतवाली क्षेत्र के पुलिस चौकी राजघाट के ग्राम टोरिया निवासी एक ग्रामीण की मौत के बाद परिजनों ने विपक्षियों पर बेवजह उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग उठाई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस चौकी राजघाट के ग्राम टोरिया निवासी नानी राजा पुत्र जगदीश सिंह ने सदर कोतवाली पुलिस को 22 अक्टूबर 2024 को शिकायती पत्र देते हुए अवगत कराया कि 20 अक्टूबर को विपक्षी लल्लू राजा पुत्र निर्भय सिंह, मनु राजा पुत्र लल्लू राजा, राजू राजा पुत्र लल्लू राजा निवासी ग्राम कलुआ हाल निवासी सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत इलाइट चौराहा ने अपने साथी रामपाल सिंह पुत्र कोमल सिंह, चार्ली राजा पुत्र बृजभान सिंह निवासी ग्राम टोरिया आदि ने उनके भतीजे गोलू राजा पुत्र उदल सिंह को जान से मारने की धमकी दी थी. विपक्षियों ने साजिश के तहत गोलू राजा के खिलाफ हरिजन एक्ट का फर्जी मामला दर्ज करवाने के लिए पुलिस चौकी राजघाट को शिकायती पत्र दिलवाया था.
जिसकी जांच के लिए राजघाट चौकी पुलिस ने गोलू को बुलाया था. गोलू चौकी पहुंचा ही था कि तभी विपक्षियों ने उसको फोन पर फर्जी मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी, जिससे उनका भतीजा गोलू घबरा गया और चौकी में उसकी हालत बिगड़ने लगी. पुलिस कर्मी उसको आला अफसरों के समक्ष पेश करने के लिए अपने साथ लेकर जिला मुख्यालय आ रहे थे. बीच रास्ते में वह बेहोश हो गया. पुलिसकर्मियों ने उसको इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. जहां से उसको गम्भीर हालत में झांसी मेडिकल कालेज झांसी और वहां से ग्वालियर रेफर किया गया. बीती देर रात्रि उसकी मौत हो गयी. कोतवाली सदर पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपित लल्लू राजा, मनु राजा, रेणु राजा, राजपाल सिंह, चली राजा, महेंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके तीन को गिरफ्तार कर लिया.
नौकरी लगवाने के नाम पर रुपये हड़पे: थाना जखौरा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुहारा निवासी कुसुम पत्नी शिवदयाल ने पुलिस को सौंपे शिकायती पत्र में बताया कि वर्ष 2023 में उसकी मुलाकात सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सिविल लाइन निवासी नवल किशोर शर्मा पुत्र द्वारका प्रसाद से हुई थी.
नवल ने लखनऊ में उच्च अधिकारियों से अपनी पहचान बताते हुए उसकी पुत्री की सरकारी नौकरी लगवाने का भरोसा देकर 80,000 रुपए ले लिए. काफी दिनों बाद तक उसकी पुत्री की सरकारी नौकरी नहीं लगी, तब उसने कई बार पैसा वापस मांगा.कई महीनों तक वह परेशानर रहा . बावजूद इसके उसको पैसा नहीं मिला. पुलिस ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली.