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प्रेम प्रसंग एवं भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरीं पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक से इसी सप्ताह पूछताछ की जाएगी। इस बाबत उन्हें नोटिस भेज दिया गया है। साथ ही दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
आलोक ने ज्योति के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसमें भ्रष्टाचार का मामला भी है। आलोक ने एक डायरी भी दी है, जिसमें गलत तरीके से लेनदेन का ब्योरा होने का दावा किया जा रहा है। इस मामले की जांच अपर आयुक्त प्रशासन की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी कर रही है।
मामले में जांच कमेटी ने संबंधित दस्तावेज मंगा लिए हैं। उनका अध्ययन किया जा रहा है। इसी क्रम में ज्योति और आलोक से इसी सप्ताह पूछताछ की जाएगी। उनसे आमने-सामने भी पूछताछ की जाएगी।
एक अफसर के अनुसार, ज्योति के सामने ही आरोप पत्रों का पिटारा खोले जाने की तैयारी है। उन्हें जांच कमेटी के सामने उपस्थित होने के लिए सोमवार को नोटिस भेज दिया गया। हालांकि, आलोक का कहना है कि शाम तक नोटिस नहीं मिला था।
नोटिस ने बढ़ाईं ज्योति मौर्य की मुश्किलें
ज्योति मौर्य को नोटिस जारी कर संपत्ति का ब्यौरा मांगा गया है। बताया जा रहा है कि कमिश्नर कार्यालय में वीडियो कैमरे की निगरानी में एसडीएम ज्योति मौर्य का बयान दर्ज किया जाएगा। ऐसे में एसडीएम अधिकारी ज्योति मौर्य की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
पीसीएस अधिकारी के पति आलोक मौर्य का आरोप है कि ज्योति मौर्य ने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों का अवैध लेनदेन किया है। इस पैसे से उन्होंने कई जगह पर संपत्ति बनाई है। कई सेक्टर में निवेश भी किया है। लेनदेन के समर्थन में वह लिखापढ़ी के कागजात भी सौंपे गए हैं, जिसमें किस अधिकारी से कितना लेने का ब्यौरा दर्ज किया गया था।
शासन के निर्देश पर प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को इस प्रकरण की जांच सौंपी गई है। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल बिंद, एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय और एसीएम प्रथम जयजीत कौर की कमेटी गठित कर जांच शुरू करा दी है।
झलवा में उनके मकान के साथ ही प्लाट और फ्लैट की भी जानकारी मांगी गई है। नोटिस में जांच में सहयोग करने को भी कहा गया है। कमिश्नर आफिस में दोनों का वीडियो कैमरे की निगरानी में बयान दर्ज कराया जाएगा।
पूछे जाने वाले सवालों की सूची तैयार
उनसे पूछे जाने वाली सवालों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। इसमें ज्यादातर वही सवाल हैं जो आलोक ने पत्नी ज्योति पर लगाए हैं। जांच कमेटी के अध्यक्ष अपर आयुक्त प्रशासन का कहना है कि पहले दोनों से अलग-अलग पूछताछ होगी। इसके बाद दोनों का सामना कराया जाएगा।
फिर दोनों से सवाल-जवाब होगा। आलोक ने जो आरोप लगाए हैं, उसके बाबत साक्ष्य भी मांगा गया है, जबकि आरोपों को लेकर ज्योति से आपत्ति मांगी गई है। जांच कमेटी के अध्यक्ष का कहना है कि जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपी जाएगी।
भ्रष्टाचार साबित हुआ तो ज्योति मौर्य का हो सकता है सस्पेंशन
बताया जा रहा है कि यदि पति आलोक मौर्य के लगाए गए आरोप साबित हो जाते हैं तो ज्योति मौर्य का निलंबन हो सकता है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी हो सकती है। ज्योति के मातहत कर्मचारी रह चुके आपूर्ति निरीक्षक और मार्केटिंग इंस्पेक्टर से भी पूछताछ हो सकती है।
प्रतिमाह लाखों रुपये कमाई करने का लगाया था आरोप
ज्योति मौर्य कौशांबी के चायल तहसील में 2019 से 2021 के बीच तैनात रही हैं। उनकी कथित डायरी में इस दौरान भ्रष्टाचार से मिलने वाले रुपयों का हिसाब-किताब लिखा है। यदि अक्तूबर 2021 की बात की जाए तो केवल एक महीने में ज्योति मौर्य ने 6.4 लाख रुपये अवैध रूप से कमाए हैं।
इसमें यह भी लिखा है कि हर महीने 15 हजार रुपये सप्लाई इंस्पेक्टर और 16 हजार मार्केटिंग इंस्पेक्टर देते हैं। हर पेज पर हर महीने भ्रष्टाचार का हिसाब-किताब, कहां से कितना रुपया मिला, कहां खर्च किया सब दर्ज है । अब यह डायरी जांच का विषय बन गई है।