उत्तर प्रदेश

न्याय को जहर खाकर दे दी थी जान

Harrison
10 Oct 2023 1:51 PM GMT
न्याय को जहर खाकर दे दी थी जान
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उत्तरप्रदेश | हसील व थाने पर लगने वाले समाधान दिवस में आज भी कुछ ऐसे मामले हैं, जो पूरे सिस्टम पर ही सवाल उठाते हैं. हर्रैया थानाक्षेत्र के पौली गांव की रहने वालीं पुष्पा सिंह ने दो दिसंबर 2014 को तहसील में ही जहर खा लिया था. तीन दिन बाद उनकी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में मौत हो गई थी. उस समय यह घटना सुर्खियों में था. उस समय पुष्पा के परिजनों को अधिकारियों ने प्रशासनिक सहायता और भूमि विवाद के निस्तारण का भरोसा दिया था. पूरे नौ साल बीतने के बाद भी न सरकारी राहत मिली और न ही इस विवाद का निस्तारण हो सका.
मृतका पुष्पा के पति वीर बहादुर सिंह दिव्यांग हैं. उन्होंने बताया कि घर के सामने डीह की जमीन है. इस पर उनका छप्पर था. इसी जमीन को लेकर विपक्षियों से विवाद था. दिसंबर 2014 में विपक्षियों ने छप्पर में लगा दी थी. विपक्षियों पर कार्रवाई नहीं होने से आहत पुष्पा 2 दिसंबर को दोनों बच्चों संग हर्रैया तहसील में समाधान दिवस पर पहुंचीं और न्याय की गुहार लगाई. पति का आरोप है कि सुनवाई नहीं होने पर वहीं जहरीला पदार्थ खा लिया था और तीन बाद मौत हो गई. उस वक्त आला अधिकारियों ने बच्चों की परवरिश, पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी संग सीएम विवेकाधीन कोष से पांच लाख रुपये की मदद, लोहिया आवास और रोजगार देने का वादा किया था. नौ साल बीत गए, लेकिन अब भी विवादित जमीन का स्थायी निस्तारण नहीं हो सका. वीर बहादुर का आरोप है कि आज भी विपक्षी प्रताड़ित कर रहे हैं. उन पर झूठा केस भी दर्ज करा दिया है.
आत्महत्या के प्रयास के बाद मिला था न्याय
इसी तहसील में एक और ऐसा ही मामला सितंबर 2019 में सामने आया था. बड़हर कला गांव के प्रधान राजकुमार पांडेय ने बताया कि पांच साल पूर्व गांव की कमला देवी पत्नी विदेशी के पुराने आवासीय पट्टे की भूमि पर एक पक्ष ने कब्जा कर लिया था. तहसील दिवस के कई चक्कर लगाने पर भी कार्रवाई नहीं हुई तो महिला ने समाधान दिवस पर आत्महत्या की कोशिश की थी. इसके बाद तहसील प्रशासन ने महिला को न्याय दिलाया था.
पौली गांव की पुष्पा सिंह के आत्महत्या से जुड़े प्रकरण की जानकारी मिलने के बाद इससे संबंधित जानकारी जुटाने के लिए राजस्व व पुलिस की टीमों को निर्देशित कर दिया गया है. प्रकरण की आख्या मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. -गुलाब चंद्र द्वितीय, एसडीएम, हर्रैया
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