उत्तर प्रदेश

रणजी ट्राफी खेलने से बस एक कदम दूर, खुशी में डूबा गांव, शामली का भट्ठा मजदूर कुलदीप बना कामयाबी की मिसाल

Admin4
21 Sep 2022 4:23 PM GMT
रणजी ट्राफी खेलने से बस एक कदम दूर, खुशी में डूबा गांव, शामली का भट्ठा मजदूर कुलदीप बना कामयाबी की मिसाल
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शामली। यूपी क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से आयोजित रणजी ट्राफी के संभावितों के कैंप में गांव सिलावर निवासी तेज गेंदबाज कुलदीप कुमार का चयन हो गया है। खास बात यह है कि कुलदीप गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उन्‍होंने परिवार की आर्थिक हालत ठीक न होने पर ईंट भट्ठे पर मजदूरी करते हुए अपनी क्रिकेट की तैयारी जारी रखी। लगभग चार साल से वह स्‍थानीय मेपल्स एकेडमी में अभ्यास कर रहे हैं। उनके चयन पर स्‍वजन, एकेडमी के पदाधिकारियों और खिलाड़ियों ने हर्ष व्यक्त किया। सभी को आशा है यूपी की टीम में कुलदीप का चयन होगा और उसके बाद वह देश लिए खेलेंगे। कैंप में उनके चयन की सूचना से उनकी मां की आंखों में खुशी के आंसू आ गए।

कुलदीप के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। परिवार मजदूरी पर निर्भर है। कुलदीप के बड़ेे भाई भी मजदूरी करते हैं। कुलदीप बताते हैं कि क्रिकेट खेलने के लिए होने वाले खर्च को वह ईंट भट्ठे पर मजदूरी करके पूरा करते रहे हैं। फिलहाल भट्ठे भी बंद है, जिस कारण दिक्कत आ रही है।

बीते चार साल से वह मेपल्स एकेडमी में अभ्यास कर रहे हैं। उनके पिता का दो साल पहले निधन हो गया था। कुलदीप ने बताया कि वह रोजाना साइकिल से मेपल्स एकेडमी पहुंचकर प्रैक्टिस करते रहे। वह मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं, लेकिन उनके आदर्श क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग हैं। वीरेंद्र सहवाग को बल्लेबाजी करते देखकर उन्‍होंने क्रिकेटर बनने की ठानी थी। इसके लिए कड़ी मेहनत करने में जुट गया था।

कानपुर रवाना होने से पहले कुलदीप का मेपल्स एकेडमी में स्वागत किया गया। एकेडमी के प्रबंधक मुकेश संगल सहित अन्य पदाधिकारी और खिलाड़ियों ने फूल माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर कुलदीप का स्वागत किया। प्रबंधक मुकेश संगल ने कहा कि कुलदीप का चयन कई मायने में अहम है। कुलदीप ने लगातार अभ्यास किया, जबकि उसके परिवार की आर्थिक हालत इसकी मंजूरी नहीं देती थी।

कुलदीप की कामयाबी से अन्य भी खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी। इस दौरान सन्नी सिंह, नागेंद्र खैवाल, आजम खान, पंकज चौधरी, रोकी देशवाल, फरमान, विकेंद्र निर्वाल, सादिक, सुनील कुमार, रजत निर्वाल, दीपक चौधरी, रोहित आदि मौजूद रहे। उधर, गांव सिलावर में क्रिकेटर कुलदीप ने अपने घर में मां को इस उपलब्धि के बारे में बताया और मिठाई खिलाई, तो मां की आंखों में खुशी के आंसू आ गए।

न्यूज़क्रेडिट: asbnewsindia

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