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उत्तर प्रदेश
थानों और पुलिस लाइंस के भीतर से हटेगा वाहनों का कबाड़, अलग से जमीन आवंटित
Shantanu Roy
24 Nov 2022 1:19 PM GMT
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बड़ी खबर
मेरठ। माल मुकदमाती वाहनों से अटे पड़े थानों के परिसर और पुलिस लाइंस के मैदान को राहत मिलने वाली है। परतापुर थाना क्षेत्र में पुलिस विभाग के लिए भूमि का आवंटन हो गया है। इस भूमि पर बाउंड्री वाल बनाकर इन वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था की जाएगी। यहां सुरक्षा में रहने वाले पुलिसकर्मियों के लिए गारद कक्ष भी बनेगा। शहर से देहात तक थानों के परिसर में वाहनों की संख्या इतनी अधिक हो चुकी है कि इन्हें सड़क किनारे खड़ा करना पड़ रहा है। पुलिस लाइंस मैदान में भी काफी वाहन खड़े हैं। दबी जुबान में पुलिसकर्मी यहां तक कहने लगे हैं कि वाहन खड़े करने की जगह नहीं है, इसलिए कम वाहनों को ही सीज किया जाता है। जनपद में काफी समय से ऐसी भूमि की तलाश थी, जहां माल मुकदमाती वाहनों को खड़ा किया जा सके। तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने दिल्ली-देहरादून हाईवे पर भूमि देखी थी।
इसके बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने खरखौदा क्षेत्र में भूमि देखी थी, वहां भी योजना मूर्त रूप नहीं ले सकी। एसपी यातायात जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अब परतापुर थाना क्षेत्र के गांव भूड़बराल में जिला प्रशासन ने ग्राम समाज की 1.29 हेक्टेयर भूमि पुलिस विभाग को आवंटित कर दी है। इस भूमि को समतल कर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। अप्रैल में गंगानगर थाने में आग लगने की घटना हुई थी। इसमें थाना परिसर के अंदर और बाहर खड़े काफी वाहन जल गए थे। जो वाहन हादसे या किसी घटना से जुड़े होते हैं उन्हें को माल मुकदमाती वाहन कहा जाता है। जब तक मुकदमा चलता है, ये वाहन थाने में ही खड़े रहते हैं। इसके अलावा लावारिस और सीज वाहनों को भी थानों या पुलिस लाइंस में खड़ा किया जाता है। नोटिस जारी करने के बाद इनकी नीलाम की जाती है, जिसमें काफी समय लगता है।
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