उत्तर प्रदेश

बेरोजगारों से मजाक!

Sonam
1 July 2023 3:08 AM GMT
बेरोजगारों से मजाक!
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दिल्ली : उद्योग विभाग में बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के नाम पर अजीबोगरीब किस्म का मजाक किया जा रहा है। एमएसएमई का पोर्टल दो महीने से बंद पड़ा है, फिर भी विभाग इस बीच तीन बार कार्यक्रम जारी कर बेरोजगारों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन कराने का न्योता दे चुका है। नतीजा यह है कि रजिस्ट्रेशन के लिए जिला उद्योग केंद्र आने वाले बेरोजगार लोग रोज निराश होकर लौट रहे हैं।

एमएसएमई पोर्टल पर ही विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत पात्र बेरोजगारों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किए जाते हैं। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद लखनऊ से एक टीम आकर प्रशिक्षण देती है और फिर टूलकिट देने के साथ लाभार्थियों को रोजगार के साधन मुहैया कराए जाते हैं। हालांकि फिलहाल यह योजना सिर्फ हवा में चल रही है। दो महीने से एमएसएमई पोर्टल ही बंद पड़ा है, इसकी वजह से उस पर कोई काम ही नहीं हो पा रहा है। जिला उद्योग केंद्र से इस संबंध में तीन बार शासन को रिमाइंडर भेजा जा चुका है लेकिन पोर्टल शुरू होना तो दूर, इन रिमाइंडरों का कोई जवाब तक नहीं आया।

इन दो महीनों में जिला उद्योग केंद्र विश्व श्रम सम्मान योजना में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए तीन बार तारीख जारी कर चुका है। पहली बार विज्ञप्ति जारी कर 27 अप्रैल की तारीख घोषित की गई, फिर 16 मई और 30 मई। बेरोजगार लोग तभी से चक्कर काट-काटकर परेशान हो रहे हैं। ऑनलाइन आवेदन कराने के लिए नजदीकी केंद्र पर जाते हैं तो पता चलता है कि पोर्टल नहीं चल रहा है। जिला उद्योग केंद्र पहुंचते हैं तो यहां का स्टाफ भी पोर्टल खुलने तक इंतजार करने की सलाह देकर पल्ला झाड़ लेता है।

शासन में भी यही हाल, पोर्टल बंद होने के बावजूद जारी कर दिया लक्ष्य

सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में किसी स्तर पर कोई कमी न होने के बावजूद उनका हाल देखने की सुध शासन में भी किसी को नहीं है। पोर्टल बंद होने के संबंध में जिला उद्योग केंद्र से कई बार रिमाइंडर भेजे जाने के बावजूद न पोर्टल शुरू हुआ न कोई जवाब आया, लेकिन हाल ही में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का नया लक्ष्य जरूर जारी कर दिया गया। शासन की ओर से तय किए गए लक्ष्य के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष में बरेली में 1175 बेरोजगारों के पंजीकरण किए जाने हैं।

कई-कई चक्कर काट चुके, हर बार मिलता है एक ही जवाब

जिला उद्योग केंद्र में शुक्रवार को भी कई लोग रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे थे। दोपहर डेढ़ बजे के करीब शहर और आसपास के इलाकों से आए सीताराम, रामनरेश, राजेश, शीतलाप्रसाद, श्यामलता, अंजू, सुनीता, राधे समेत कई लोगों ने बताया कि वे लोग विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत पंजीकरण कराने आए थे, लेकिन पाेर्टल नहीं चल रहा है। इनमें से कई ने बताया कि कहा कि वे लोग पहले भी एक-दो बार आ चुके हैं। हर बार एक ही जवाब सुनकर लौटना पड़ता है।

एमएसएमई पोर्टल बंद होने का कई बार रिमाइंडर भेज चुके हैं। अब तक समस्या दूर नहीं हुई है। हाल ही में लक्ष्य भी आ गया है। विभाग की कोशिश थी कि समय से काम हो जाए ताकि बाद में दिक्कत न हो लेकिन फिलहाल तो कभी 10 तो कभी 20 लोग रजिस्ट्रेशन के लिए आकर रोज खाली लौट जाते हैं - अमीन खां, वरिष्ठ सहायक जिला उद्योग केंद्र कार्यालय।

... मगर गोलमाल में कमी नहीं

विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना भले ही बेरोजगारों के लिए सपना बनी हो लेकिन कई दूसरी योजनाओं की तरह गोलमाल की कमी इसमें भी नहीं है। पिछले दिनों एमएसएमई दिवस पर लाभार्थियों को टूलकिट में कम सामान दिया गया तो उन्होंने जमकर हंगामा किया था। इसके बाद लोहार के लिए आए टूलकिट में भी सामान कम निकला, इस वजह से ये टूल किट अभी बंट ही नहीं सके हैं।

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