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उत्तरप्रदेश: एत्मादुद्दौला थाना परिसर में बनी बैरक की पहली मंजिल से गिरकर की रात दरोगा की मौत हो गई. 50 वर्षीय कुलदीप कुमार तिवारी पंद्रह दिन पहले ही औरेया से स्थानांतरण पर आगरा आए थे. अभी कोई आवास नहीं मिला था इसलिए रात को बैरक में रुकने आए थे. बालकनी करीब 12 फीट ऊंची है. आशंका जताई जा रही है कि वह नींद से उठकर बाथरूम जा रहे थे. तभी हादसा हुआ.
घटना रात करीब 11 बजे की है. कुलदीप कुमार तिवारी की तैनाती पुलिस लाइन में थी. उनकी पुलिस भर्ती परीक्षा में हरीपर्वत स्थित क्वीन विक्टोरिया इंटर कॉलेज में ड्यूटी थी. रात को वह सोने के लिए बैरक में आ गए थे. एक-दो और पुलिस कर्मी उनके साथ बैरक में रुकने आए थे. कुलदीप कुमार तिवारी रात को लधुशंका के लिए उठे थे. इसी दौरान हादसा हुआ. वह पहली मंजिल से नीचे गिरे. सिर में गंभीर चोट लगी. पुलिस कर्मी दौड़कर वहां पहुंचे. उन्हें अस्पताल लेकर गए मगर तब तक देर हो चुकी थी. एसीपी छत्ता हेमंत कुमार ने बताया कि कुलदीप कुमार तिवारी मूलत महाराणा प्रताप नगर (नवाबाद, झांसी) के निवासी थे. वर्ष 1991 में आरक्षी पद पर भर्ती हुए थे. सूचना पर उनके परिजन आगरा आ गए थे. पोस्टमार्टम के बाद शव को अपने साथ झांसी ले गए.
तीन मंजिला बनी है बैरक: एत्मादुद्दौला थाना के पीछे तीन मंजिला नई बैरक बनी है. दरोगा कुलदीप कुमार तिवारी औरेया स्थानांतरण से आगरा आए थे. अपने लिए आवास देख रहे थे. कमला नगर थाने में तैनात मुख्य आरक्षी अमरजीत सिंह बैरक में रहता है. वह दरोगा कुलदीप कुमार तिवारी का पुराना परिचित है. पीलीभीत से स्थानांतरण पर आए दरोगा हरीशचंद्र की भी क्वीन विक्टोरिया इंटर कॉलेज में पुलिस भर्ती में ड्यूटी थी. उन्हें भी आवस नहीं मिला है. अमरजीत ने दोनों को बताया था कि बैरक में पलंग खाली है. इसी वजह से दोनों दरोगा बैरक में रुकने आ गए थे.