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Jhansi: कानपुर देहात के एडीजे कोर्ट में गवाह से बचाव पक्ष ने की जिरह
झाँसी: बहुचर्चित बलवंत हत्याकांड में अभियोजन के गवाह से बचाव पक्ष के वकीलों ने बहस की. इस दौरान कोर्ट में मौजूद आरोपित सिपाही की ओर उंगली दिखाते हुए गवाह बोला-इसी ने बलवंत को बाल पकड़कर घसीटा था. रनियां थाने में रातभर बलवंत की पिटाई की गई. उसकी चीखें गूंजती रहीं. कोर्ट ने अब बाकी जिरह के लिए 18 की तारीख तय की है.
शिवली क्षेत्र के सरैंया लालपुर निवासी बलवंत की रनियां थाने में दिसंबर 2022 को पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी. मामले में उनके चाचा अंगद सिंह ने एसओजी प्रभारी व शिवली कोतवाल, मैथा चौकी प्रभारी आदि पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. इसमें आठ पुलिस कर्मियों के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया था. मामले की सुनवाई एडीजे पूनम सिंह की कोर्ट संख्या- 5 में चल रही है. अभियोजन के गवाह रामजी से बचाव पक्ष की जिरह हुई. आरोपित प्रशांत गौतम के वकील ने जिरह की. वादी के वकील जितेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जिरह के दौरान गवाह रामजी ने पकड़े जाने की जगह, पुलिस द्वारा बलवंत के पास से 25 हजार व उसके पास से पांच हजार रुपये व मोबाइल छीने जाने की बात दोहराई. साथ ही कोर्ट में उपस्थित आरोपित सिपाही अनूप की ओर इशारा कर कहा कि इसी ने बलवंत को बाल पकड़कर घसीटा था, जबकि रनियां थाने में दूसरे कमरे में बंद बलवंत की पिटाई से गूंज रहीं चीखें उसने सुनी थीं. बाद में उसे वहां से मंगलपुर थाने में भेज दिया गया था. इस दौरान रनियां थाने की बिजली बंद कर दी गई. अधिवक्ता चौहान ने बताया कि इसके बाद आरोपित सोनू यादव और प्रशांत पांडेय के वकीलों ने जिरह की.
पेपर लीक मामले के आरोपी कमलेश पाल का नारको टेस्ट कराएगी एसटीएफ: समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) पेपर लीक के आरोपी कमलेश पाल का लखनऊ एसटीएफ नारको टेस्ट कराएगी. पुलिस कस्टडी रिमांड पर उसने सॉल्वर गैंग के बारे में जानकारी नहीं दी है. लखनऊ एसटीएफ ने आरओ/एआरओ पेपर लीक प्रकरण में डॉक्टर शरद, बिशप जानसन स्कूल गर्ल्स विंग के कर्मचारी अर्पित और झूंसी के स्कूल मैनेजर कमलेश पाल को गिरफ्तार किया था. शातिर कमलेश ने न केवल पेपर लीक किया, बल्कि सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह एक सॉल्वर को ठाकुर हरनारायण डिग्री कॉलेज में भेजकर परीक्षा दिलाई थी. एसटीएफ ने कोर्ट के आदेश पर 24 घंटे के लिए कमलेश को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की और उसे जेल भेज दिया. इस दौरान कमलेश ने कई बातें बताईं. उसने स्वीकार किया कि 11 फरवरी को पेपर लीक के बाद उसने सॉल्वर गैंग की मदद से पेपर सॉल्व कराया. अपनी जगह सॉल्वर को भेजकर परीक्षा दिलाई. कमलेश के बयानों को क्रास चेक करने और तक्ष्यों का पता लगाने को एसटीएफ अब नारको टेस्ट कराने की तैयारी में है.