उत्तर प्रदेश

Jhansi: शेयर बाजार के सेंसेक्स की तरह उछाल मार रही डीएपी और यूरिया

Admindelhi1
29 Nov 2024 5:57 AM GMT
Jhansi: शेयर बाजार के सेंसेक्स की तरह उछाल मार रही डीएपी और यूरिया
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डीएपी 2000 रुपये पार

झाँसी: तमाम प्रयासों के बावजूद जनपद में न तो खाद की ओवररेटिंग थमी और ना ही इसकी तस्करी पर लगाम लगाई जा सकी.बुआई शुरू होने के कारण किसान खाद के लिए कोई भी कीमद चुकाने को तैयार है.इस कारण डीएपी की कीमत 1,800 से 2,000 रुपये प्रति बोरी पहुंच गयी है.

तहसील मड़ावरा स्थित कस्बा की सहकारी समितियों में डीएपी नदारद होने के कारण खुले बाजार में इसका भाव आसमान छूने लगा है.पिछले कुछ दिनों से डीएपी खाद की एक बोरी 1800 से 2000 रुपए प्रति बोरी के पार पहुंच गया है.वह भी खाद के असली होने की कोई गारंटी नहीं है.बावजूद इसके किसान महंगे दामों पर खाद खरीदने को विवश है, जिससे वह अपने परिवार के साथ समाज का पेट भरने के लिए अनाज पैदा कर सके.मौजूदा समय में मड़ावरा, पारौल, सौरई, धौर्रीसागर, गिदवाहा आदि समितियों में डीएपी खाद नहीं है.मड़ावरा तहसील क्षेत्र के किसानों ने बताया कि समितियों में खाद मात्र नाम के लिए आई थी.ऐसी दशा में गेहूं की बोआई के लिए बाजार से डीएपी खरीदनी पड़ रही है.बाजार में इस समय 1,800 से 2,000 सौ रुपये प्रति बोरी डीएपी खाद बिक रही है जबकि सरकारी समितियों पर इसके दाम 1350 रुपये हैं.खाद की कमी का प्रभाव गेहूं की उपज पर पड़ेगा.

कीटनाशक और बीज के दाम भी बढ़े: मड़ावरा.बाजार में सिर्फ खाद के ही दाम नहीं बढ़े बल्कि कीटनाशक और बीज के दाम भी उछाल मार रहे हैं.निजी दुकानों पर कीटनाशक और बीज की कीमतें पहले से कई गुना बढ़ गयी हैं.सरकारी गोदमों पर बीज और कीटनाशक का अभाव इसकी प्रमुख वजह मानी जा रही है.

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