उत्तर प्रदेश

कृष्णानंद की हत्या के बाद डेढ़ महीने दारागंज में छिपा रहा जीवा

Admin Delhi 1
10 Jun 2023 8:07 AM GMT
कृष्णानंद की हत्या के बाद डेढ़ महीने दारागंज में छिपा रहा जीवा
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इलाहाबाद न्यूज़: लखनऊ की कोर्ट में मारा गया शूटर संजीव जीवा का प्रयागराज से भी पुराना रिश्ता रहा है. सनसनीखेज वारदात के बाद उसे प्रयागराज में शरण मिली थी. करीब दो महीने तक वह यहीं छात्रों के बीच छिपा रहा. उसके पकड़े जाने के बाद यह खुलासा हुआ था. बसपा शासन में संजीव जीवा को पश्चिम यूपी की जेल से नैनी सेंट्रल जेल ट्रांसफर किया गया था. 2008-09 तक उसे नैनी जेल में रखा गया था लेकिन जेल में उसकी गतिविधियों और मोबाइल के इस्तेमाल के बाद उसका नैनी जेल से ट्रांसफर कर दिया गया था. उस पर हर वक्त प्रयागराज एसटीएफ की नजर बनी थी.

पुलिस सूत्रों की मानें तो 2005 में कृष्णानंद राय की हत्या के बाद शूटर संजीव जीवा प्रयागराज में छिपा था.

वारदात को अंजाम देकर वह प्रयागराज पहुंचा था और यहीं दारागंज मोहल्ले में उसे शरण मिली. वह छात्रों के बीच करीब दो महीने तक छिपा रहा. छात्रों के साथ रहा और किसी को पता नहीं चला कि उनके बीच रहने वाला एक खूंखार अपराधी है. कृष्णानंद राय की हत्या के बाद जब जीवा पकड़ा गया तो उसने खुद ही बयान दिया था कि दारागंज में शरण ली थी. हालांकि उस वक्त पुलिस ने शरणदाता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी. उस वक्त प्रयागराज में तैनात रहे एसटीएफ सूत्रों की मानें तो यमुनापार में रहने वाले एक सफेदपोश माफिया भी संजीव जीवा को अपने गेस्ट हाउस में शरण देता था. हालांकि स्थानीय पुलिस की कार्रवाई से पहले ही वह भाग निकला था. प्रयागराज में जीवा कभी पकड़ा नहीं गया.

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