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उत्तर प्रदेश
सम्मेद शिखर जी बचाने को एकजुट हुआ जैन समाज, नगर में निकाला विशाल जुलूस
Shantanu Roy
26 Dec 2022 11:30 AM GMT
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बड़ी खबर
मुजफ्फरनगर। अहिंसा परमो धर्म का सिद्धांत मानने वाले जैन समाज ने आज बेहद शांतिपूर्ण तरीके से नगर में पैदल मार्च निकाला और सम्मेद शिखरजी को बचाने के लिये शक्ति प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट में नगर मजिस्ट्रेट अनूप कुमार को ज्ञापन सौंपा, जिसमें राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप कर सम्मेद शिखरजी पवित्र स्थल को पर्यटक स्थल न बनाये जाने की मांग की है। सम्मेद शिखरजी झारखण्ड में जैन समाज का एक पवित्र तीर्थ स्थल है। झारखंड व केन्द्र की सरकार द्वारा तीर्थस्थल को वन्य अभ्यारण क्षेत्र पर्यटक क्षेत्र घोषित किये जाने के विरूद्ध पूरे देश में जैन समाज आन्दोलनरत है व लगातार हाथों पर काली पट्टी बांधकर, उपवास रख, धरने-प्रदर्शन कर तथा पैदल मार्च व ज्ञापन के माध्यम से लगातार अपना विरोध प्रदर्शित कर रहा है। इसी श्रृंखला में मुजफ्फरनगर में भी हजारों की संख्या में जैन औषधालय प्रेमपुरी व चौडी गली नई मंडी जैन मन्दिर तथा अनेकों स्थानों से भी पैदल मार्च करता हुआ जैन समाज कलेक्ट्रेट पहुंचा और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव, मुख्यमंत्री झारखंड हेमंत सोरेन, गृहमंत्री भारत सरकार अमित शाह को सम्बोधित मांगपत्र नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा, जिसमें मुख्य मांगे पारसनाथ पर्वतराज को वन्य जीवन अभ्यारण्य, पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसिटिव जोन के अन्तर्गत जोनल मास्टर प्लान व प्यंटन मास्टर प्लान, पर्यटन, धार्मिक पर्यटन सूची से बाहर किया जाए, पारसनाथ पर्वतराज को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत, वन्य जीवन अभ्यारण्य का एक भाग और तीर्थ माना जाता है। तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना 2795 (ई) 2 अगस्त 2०49 को अविलंब रद्द किया जाए। पारसनाथ पर्वतराज और मथुबन को माँस-मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र जैन तीर्थस्थल योषित किया जाए, पर्वतराज वन्दना मार्ग को अतिक्रमण, वाहन संचालन व अभक्ष्य सामग्री बिक्री मुक्त कर यात्री पंजीकरण, सामान जांच हेतु टारए व स्कैनर, 88 प्रतिशत कैमरे सहित दो चेक पोस्ट चिकित्सा सुविधा सहित बनाये जाए, पर्वतराज से पेडों का अवैध कटान, पत्थरों का अवैध खनन और महुआ के लिए आग लगाना प्रतिबंधित हो, सम्मेद शिखर बचाओं आंदोलन पूरे देश में जैन समाज द्वारा किया जा रहा है, जो कि लोकतांत्रिक व गांधीवादी तरीके से चल रहा है, परन्तु कुछ स्थानों से सूचना आयी है कि जैन समाज के लोगों पर मुकदमें दर्ज कर दिये गये है, जिसमें बाराबंकी मुख्य है। यह सभी मुकदमें तत्काल वापस लिये जाये व आंदोलन के दौरान ऐसी कार्यवाही जैन समाज पर न हो।
कार्यक्रम में जनपद के समस्त जैन परिवारों ने महिला, बच्चों सहित भूमिका निभायी व जैन व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठान बन्द रख कार्यक्रम में शिरकत की। राजेश जैन व पंकज जैन ने कहा कि सम्मेद शिखर को बचाने के लिए आज यह आन्दोलन की शुरूआत है, जब तक सरकार यह नोटिफिकेशन वापस नहीं ले लेती जैन समाज और बडे आन्दोलन करने के लिए तत्पर रहेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष जैन एकता मंच युवा शाखा गौरव जैन व प्रदीप जैन राष्ट्रीय अध्यक्ष सकल जैन समाज ने कहा कि जैन समाज न मारेगें न मानेंगे की रणनीति पर आन्दोलन में उतरा है। लगातार जैन धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों के विरूद्ध डटकर खडा हो गया है, आज का जैन समाज अपने अधिकारों के प्रति जागरूक है और रहेगा। वक्ताओं ने यह भी कहा कि आज यह आन्दोलन जैन समाज की अस्मिता की लडाई बन गया है। प्रवीण जैन, विप्लव जैन, रोहित जैन आशीष जैन ने कहा कि जैन समाज एक अहिंसा वादी समाज है व लोकतांत्रिक मान्यताओं को मानने वाला है, पूरे देश में आन्दोलनरत जैन समाज द्वारा बडी संख्या होने के बावजूद भी कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आयी है। ऐसे में बाराबंकी में जैन समाज के लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को उसे तुरन्त वापस लेना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर पंकज जैन,पवन जैन, राजेन्द्र जैन, संजय जैन, नितिन जैन मोन्टू, पुनीत जैन, आशीष जैन, सिद्धान्त जैन, रविन्द्र जैन, अश्वनी जैन, मुकेश जैन, प्रियांक जैन, संजय जैन, डा. अमित जैन, अभय जैन, शशांक जैन (विक्की), अश्वनी जैन, मुदित जैन, चन्दर जैन, विभोर जैन, टोनी जैन, राजेश जैन, संजय जैन, मनोज जैन, विनेश जैन, सुनील जैन, योगेश जैन कुमाऊं वाले मंडल अध्यक्ष उत्तराखंड, सुनील जैन, शरद जैन, ऋषभ जैन भगत, मनमोहन जैन, संजय जैन, धनेन्द्र जैन, शशांक जैन, प्रमोद जैन, संदीप जैन, रोहित जैन, निपुण जैन एड., कुलदीप जैन, मनोज जैन, राजकुमार जैन, महिपाल जैन, विपिन जैन जुगनू, योगेन्द्र जैन एड., सुगन्ध जैन एड., पंकज जैन, गौरव जैन, दिनेश जैन, अमित जैन, अनित जैन, विकास जैन रोबी, अरिहन्त जैन, गौरव जैन, वैभव जैन, कीमती लाल जैन, संजय जैन, अश्वनी जैन, सिद्धान्त जैन, विनोद जैन प्रधान, आशीष जैन, दीपक जैन, आशीष जैन, शशांक जैन, निमित जैन, सुमित जैन, अनुराग जैन, सिद्धार्थ जैन सौरभ जैन, दीपेश जैन, अभिषेक जैन, अजय जैन, दिनेश जैन, मुकेश जैन, योगेश जैन, अंकुर जैन भगत, नितिन जैन, कुलदीप जैन, प्रदीप जैन, दीपक जैन, अजय जैन, दीपांशु जैन, अशोक जैन, अमित जैन एड., ऋषभ जैन आदि हजारों लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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