उत्तर प्रदेश

एक्युप्रेशर की रोचक कार्यशाला 'जीभ देखकर निदान' आरम्भ

Shantanu Roy
2 Sep 2022 6:22 PM GMT
एक्युप्रेशर की रोचक कार्यशाला जीभ देखकर निदान आरम्भ
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प्रयागराज। अखंड एक्यूप्रेशर संस्थान के तत्वावधान में 'जीभ देखकर निदान' के तरीके पर तीन दिवसीय आवासीय एक्यूप्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन लूकरगंज स्थित संत असुराराम सत्संग भवन में शुक्रवार को किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ महेश मदनानी ने कहा कि लम्बे अर्से से इस विधा के बारे में जानता हूं। यह उस वर्ग के लिए बहुत लाभदायक है जिन्हें आर्थिक अभाव में आज भी उपचार नहीं मिल रहा है। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर कीर्तिका अग्रवाल ने भी एक्युप्रेशर से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया।
अध्यक्षता कर रहे जयपाल दास ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विधि से तालमेल बिठाते हुए सही उपचार हो, इसके लिए निदान आवश्यक है। परंतु भारत की अधिकांश जनसंख्या उपचार से वंचित रह जाती है। उन सभी तक सरल और सहज निरापद एक्यूप्रेशर विधा को पहुंचाया जा सके, यही हमारा लक्ष्य है। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रही अर्चना दुबे ने इस कार्यक्रम को माता प्रसाद खेमका को समर्पित किया। उन्होंने अपने कार्यशाला की रुपरेखा बताते हुए प्रशिक्षुओं को संकल्पित कराया। डॉ उर्वशी उपाध्याय ने बताया कि यह कार्यशाला अखंड एक्यूप्रेशर शोध, उपचार एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा किया जा रहा ऑफलाइन माध्यम से पहला कार्यक्रम है। जिसमें देश के अलग-अलग भागों से 100 से अधिक प्रशिक्षु भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर नवीन सिंह, संजय त्रिपाठी, अनुपम सिंह, मधु सिंह, विजय कपूर, दीपा, रोली, इन्दिरा नारायण, मनीषा सहित लगभग 110 लोग मौजूद रहे।
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