उत्तर प्रदेश

नेताजी ने राजनीति में स्थापित होने की बजाये सदैव क्रांति का रास्ता चुना- सीएम योगी

Shantanu Roy
23 Jan 2023 11:08 AM GMT
नेताजी ने राजनीति में स्थापित होने की बजाये सदैव क्रांति का रास्ता चुना- सीएम योगी
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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाते हुए सोमवार को परिवर्तना चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे याद करते हुए नमन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नेताजी बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे। उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। पढ़ाई के दौरान उनका सेलेक्शन उस समय की प्रतिष्ठित प्रशासनिक सेवा आईसीएस में हो गया था, लेकिन उन्होंने सेवा ज्वाइन नहीं की क्योंकि उन्हे देश को गुलाम बनाने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़नी थी। ऐसे में हम देश के लिए उनकी अधिनियकता को स्वीकार करके किसी भी बड़े पद को ठुकरा सकते हैं। इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मंत्री और कई विधायकों ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
नेताजी ने सदैव क्रांति का मार्ग चुना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की आजादी के आंदोलन में नेताजी द्वारा किए गए योगदान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी 2021 को इसे पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का आवाह्न किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पराक्रम दिवस पर विभिन्न प्रकार के रचनात्मक कार्यक्रम के जरिये पूरे देश को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर करने का अवसर दिया है। हम सब जानते हैं कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म भारत के तत्कालीन बंगाल प्रांत और आज के उड़ीसा प्रांत के कटक में हुआ था। नेताजी ने अपनी कुशाग्र बुद्धि की वजह से आईसीएस की परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन उन्होंने इसे ठुकराया और देश की आजादी के आंदोलन के साथ जुड़े। आंदोलन के दौरान उन्हे ऐसे कई अवसर मिले, जिसके जरिये वह देश की राजनीति में स्थापित हो सकते थे, लेकिन इससे इतर उन्होंने सदैव क्रांति का मार्ग चुना।
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