उत्तर प्रदेश

दरकी दीवारें और लटकी बीम के नीचे पढ़ रहे मासूम, विकास खंड मंगरौरा के दर्जनभर परिषदीय स्कूल हैं बेहद जर्जर

Harrison
21 Sep 2023 1:50 PM GMT
दरकी दीवारें और लटकी बीम के नीचे पढ़ रहे मासूम, विकास खंड मंगरौरा के दर्जनभर परिषदीय स्कूल हैं बेहद जर्जर
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उत्तरप्रदेश | विकास खंड मंगरौरा के प्राथमिक विद्यालय मंगरौरा में पढ़ने वाले नौनिहालों के साथ शिक्षक भी हर रोज जान खतरे में डालते हैं. कारण बेहद जर्जर हो चुके विद्यालय भवन की दीवारें जगह-जगह चटकी हुई हैं और बीम लटकने लगी है. जिस देखकर ऐसा लगता हैकि कभी भी बीम नीचे गिर सकती है. इससे कमरों में बैठे शिक्षक और बच्चे हमेशा दहशत में रहते हैं.
प्राथमिक विद्यालय मंगरौरा के हेडमास्टर संतोष कुमार के मुताबिक विद्यालय भवन का निर्माण वर्ष 1989 में कराया गया था. भवन में कुल दो कमरे और एक बरामदा है. वर्तमान में यह भवन बेहद जर्जर हो चुका है जिसकी लिखित शिकायत कई बार बीईओ के माध्यम से बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजा गया लेकिन कोई कोई असर नहीं हुआ. जबकि वर्तमान में स्कूल भवन की दीवारें जबह-जगह से चटक गई हैं जिससे मोटी मोटी दरारे बन गई हैं. यही नहीं दोनों कमरों की बीम लटकी हुई है जिसे देखकर बच्चे दहशत में रहते हैं. विद्यालय में बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण दो कमरों में बिठाना भी संभव नहीं होता ऐसे में कुछ बच्चे बाहर बैठा दिए जाते हैं.
कई बार प्रयास के बाद भी नहीं मिला अतिरिक्त कक्ष हेडमास्टर की मानें तो भवन जर्जर होने का हवाला देकर कई बार अफसरों से अतिरिक्त कक्ष की डिमांड की गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. ऐसे में बच्चों को जर्जर भवन में ही बिठाया जा रहा है. इस बाबत नये बीईओ को भी पत्र लिखकर अवगत करा दिया गया है.उन्होंने आश्वासन दिया है.
ब्लॅाक में कुल 41 विद्यालय भवन जर्जर
विकास खंड मंगरौरा में कुल 41 विद्यालय भवन जर्जर दशा में हैं. इन विद्यालय भवनों को कई बार नीलाम कराने का प्रयास किया गया लेकिन कार्रवाई अधूरी रह गई. सबसे अहम बात यह कि इन जर्जर स्कूल भवनों की सूची अफसर मांगते हैं लेकिन कार्रवाई इके आगे बढ़ पाती.
प्राथमिक विद्यालय मंगरौरा का भवन जर्जर होने की सूचना मिली थी,मैने को उसका निरीक्षण कर हकीकत देख ली है.रिपोर्ट भेजकर नये भवन की डिमांड की जाएगी.
संतोष कुमार, बीईओ मंगरौरा
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