उत्तर प्रदेश

केजीएमयू की रिपोर्ट में पुष्टि कॉलेज की छात्रा को इनफ्लुएंजा ए का संक्रमण

Admin4
28 Sep 2022 5:22 PM GMT
केजीएमयू की रिपोर्ट में पुष्टि कॉलेज की छात्रा को इनफ्लुएंजा ए का संक्रमण
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जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा पाखी में इनफ्लुएंजा ए वायरस का संक्रमण मिला है। यह संक्रमण सामान्यता 99 फीसद लोगों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता है, लेकिन एक फीसद के खतरनाक साबित हो सकता है। पाखी के साथ ही 69 अन्य छात्रों के सैंपल किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ भेजे गए थे, जिसमें से तीन की रिपोर्ट पर संशय है। इन तीन छात्रों के सैंपल गुरुवार को फिर से भेजे जाएंगे। यह छात्र जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। बाकी छात्रों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

मेडिकल कॉलेज के बीएचवन, बीएच टू, बीएच थ्री, बीएच फोर, बीएच फाइव और गर्ल्स छात्रावास के तीन दर्जन से अधिक मेडिकल छात्रों में सर्दी, बुखार, वायरल जैसी समस्या हुई। तृतीय वर्ष की छात्रा पाखी की तबियत ज्यादा बिगड़ गई। उनकी रूम मेट को भी बुखार जैसा महसूस हुआ। करीब एक दर्जन छात्रों को हैलट अस्पताल में भर्ती किया गया। पाखी समेत 70 छात्रों के सैंपल किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भेजे गए। यहां स्वाइन फ्लू, मलेरिया, चिकुनगुनिया, जापानी बुखार, दिमागी बुखार समेत अन्य जांच हुई। प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि पाखी में इनफ्लुएंजा ए संक्रमण की पुष्टि हुई है। वायरस ने उनके दिल, फेफड़ा और दिमाग पर हमला किया है। यह समस्या सिर्फ एक फीसद लोगों को होती है। बुधवार को छात्रा की तबियत में थोड़ा सुधार हुआ है। पाखी की रूम मेट ठीक है।

सफाई के लिए डॉक्टर आगे आए

परिसर में साफ सफाई के लिए डॉक्टर आगे आए हैं। प्राचार्य ने अपने वेतन से दो लाख का चेक दिया है, जबकि उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरी ने पाखी के इंट्रावीनस इम्युन ग्लोबुलिन (एंटीबॉडी) के लिए डेढ़ लाख रुपये का सहयोग किया है। उन्होंने छात्रा के लिए एसजीपीजीआई में बेड सुरक्षित कर लिए हैं, लेकिन उनके माता पिता ने हैलट अस्पताल में ही इलाज करने के लिए कहा। कई अन्य डॉक्टर भी मदद के लिए तैयारहैं।

डीएम को कार्रवाई के लिए लिखा

प्राचार्य ने मेडिकल कॉलेज परिसर में गंदगी और अवैध बस्ती बनी हुई होने की शिकायत जिलाधिकारी से की है। उन्होंने परिसर में सुअर फेंक जाने को लेकर कार्रवाई के लिए कहा है।

साफ-सफाई के लिए नोडल बनाए

प्रो. संजय काला के मुताबिक साफ सफाई के लिए जोन बनाए गए हैं। यहां की जिम्मेदारी छात्रों को ही दी गई है। किसी भी तरह के अराजकतत्वों और गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar

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