उत्तर प्रदेश

चीन के मुकाबले देसी मूर्तियां-दीये बढ़ायेंगी शोभा: सचान

Shantanu Roy
18 Oct 2022 10:19 AM GMT
चीन के मुकाबले देसी मूर्तियां-दीये बढ़ायेंगी शोभा: सचान
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लखनऊ। उप्र माटी कला बोर्ड लखनऊ के देखरेख में दीपावली के अवसर पर 17 से 23 अक्टूबर 2022 तक सात दिवसीय माटीकला मेला व दो दिवसीय माटीकला कार्यशाला का आयोजन सोमवार को डालीबाग स्थित खादी भवन में किया गया। जिसका उद्घाटन खादी एवं ग्रामोद्योग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम निर्यात प्रोत्साहन, रेशम उद्योग, वस्त्र उद्योग मंत्री राकेश सचान ने किया। मेले में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से शिल्पकारों और कारीगरों द्वारा 75 स्टॉल लगाये गये हैं। विभागीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में हस्तनिर्मित मूर्तियों की लागत अधिक होने से चीन की मूर्तियां बाजार में ज्यादा बिकती रहीं। इसको देखते हुए प्रदेश में आकर्षक, गुणवत्तायुक्त व कम लागत की मूर्तियां और दीये बनाने की कार्ययोजना बनायी गई। कहा कि सरकार द्वारा माटीकला बोर्ड के माध्यम से प्रजापति समाज के व्यक्तियों को बैंको के माध्यम से वित्तीय सहायता और सरकार द्वारा मार्जिन मनी उपलब्ध कराते हुए इकाइयॉ स्थापित करायी जा रहीं। शिल्पकारों व कारीगरों को व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा। वहीं विद्युत चालित कुम्हारी चाक व मूर्तियां बनाने को विभिन्न साइज की डाई का नि:शुल्क वितरण कराया जा रहा।
मंत्री सचान ने कहा कि 18 और 19 अक्टूबर, 2022 को 02 दिवसीय माटीकला कार्यशाला का आयोजन भी बोर्ड के परिसर में किया गया है, जिसमें सिरेमिक्स विशेषज्ञ, शिल्प एवं कला महाविद्यालय, लखनऊ राष्ट्रीय ललित कला केन्द्र, अलीगंज, लखनऊ द्वारा पारम्परिक एवं आधुनिक माटीकला उत्पाद निर्माण तथा टेराकोटा में रिलीव और म्युरल कला उत्पाद निर्माण के अतिरिक्त अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शिल्पकारों को दी जायेंगी। आम जनता से भी अपील की है कि दीपावली के शुभ अवसर पर इस प्रदर्शनी में अधिक से अधिक लोग आये और शिल्पकारों द्वारा मिट्टी से निर्मित कृतियों की खरीदारी करें। बताया कि माटीकला कारीगरों को नि:शुल्क स्टाल आवंटित किये गये हैं। प्रदर्शनी में माटीकला से संबंधित सभी प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हैं। माटीकला बोर्ड द्वारा वितरित डाई से बनी श्री लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, चुनार की पाटरी, आजमगढ़ की ब्लैक पाटरी, गोरखपुर का टेराकोटा, खुर्जा की ग्लेज्ड पॉटरी और भिन्न-भिन्न प्रकार के डिजाइनर दीये प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण है। माटीकला प्रदर्शनी में माटीकला व्यवसाय में उपयोग होने वाली पगमिल, ब्लंजर, जिगर जॉली, विद्युत चालित चाक एवं गैस भट्ठी आदि का क्रियात्मक प्रदर्शन के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों को उन्नत किस्म की मशीनों, उपकरणों का प्रदर्शन भी किया जा रहा है। इससे कारीगर नवीनतम तकनीक से अवगत हो सकेंगे। इस दौरान माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष ओम प्रकाश गोला, अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के अतिरिक्त सचिव
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