उत्तर प्रदेश

स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में विश्व गुरु बनेगा भारत: डॉ जीएन सिंह

Admin Delhi 1
18 Feb 2023 12:17 PM GMT
स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में विश्व गुरु बनेगा भारत: डॉ जीएन सिंह
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गोरखपुर: भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ जीएन सिंह ने कहा की 21वीं सदी में भारत आयुष के क्षेत्र में पूरे विश्व के लिए महानतम योगदान देने जा रहा है। आयुर्वेद की महत्ता को आज पूरी दुनिया स्वीकार रही है। प्रदेश और देश में जिस तरह स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था के संवर्धन पर ध्यान दिया जा रहा है, वह इस बात का द्योतक है कि आने वाले समय में भारत स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में विश्व गुरु बनेगा।

डॉ. सिंह महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तहत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेस (आयुर्वेद कॉलेज) में चल रहे बीएएमएस के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के 15 दिवसीय दीक्षा पाठ्यचर्या (ट्रांजिशनल करिकुलम) के चौथे दिन (शनिवार) के चौथे सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों को इस निर्णय के लिए बधाई दी कि उन्होंने बीएएमएस की पढ़ाई के लिए गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज जैसे उत्कृष्ट संस्थान को चुना। डॉ सिंह ने विद्यार्थियों में बालिकाओं की अच्छी संख्या देखकर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नारी शक्ति को दिए जा रहे सम्मान का प्रतिबिंब है। डॉ सिंह ने आयुर्वेद को पूरे विश्व के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र का भविष्य बताते हुए बताया कि इस विधा में आज बहुत कुछ नया करने का अवसर है। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में यूपी को 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, इससे हर जनपद में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।

शनिवार को दीक्षा पाठ्यचर्या के पहले सत्र में आचार्य साध्वी नंदन पांडेय ने वदतु संस्कृतम् एवं धनवंतरि वंदना का अध्ययन कराया। दूसरे सत्र में शिष्योपनयन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिष्योपनयन का वर्णन प्राचीन चरक संहिता में मिलता है। उसी परम्परा के अन्तगर्त एवं महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर गौरी गणेश, धनवंतरि पूजा, श्री गोरखनाथजी महाराज पूजा, हवन, विष्णुस्त्रोतम् का पाठ कराया गया। साथ ही चरक संहिता में वणिर्त शिष्य और वैद्य के कतर्व्यरूपी वचन 'चरक शपथ' दिलाया गया। रक्षासूत्र बंधन कर सभी आयुर्वेद विद्यार्थियों से एक सच्चे वैद्य और शिष्य के कतर्व्यों कों अंगीकार कर समाज की सेवा करने का संकल्प कराया गया।

तृतीय सत्र में डाॅ. अविनाश सिंह, सहायक आचार्य, कम्प्यूटर साइंस ने महिला, मोबाइल एवं साइबर सुरक्षा विषय पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के लिए सरकार की तरफ से कई सेफ्टी ऐप्स बनाए गए हैं जिनका इस्तेमाल मोबाइल में किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ऐप्स के इस्तेमाल से मुश्किल में फंसी महिला सिर्फ एक बटन टैप करके परिजनों व पुलिस को सूचना देकर सुरक्षित हो सकती है। आज के कायर्क्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति कुलपति मेजर जनरल डाॅ. अतुल कुमार वाजपेयी, कुलसचिव, डाॅ. प्रदीप कुमार राव, आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डाॅ. मंजूनाथ एनएस, डाॅ. डीएस अजिथा, सभी शिक्षक, कमर्चारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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