उत्तर प्रदेश

हवाई कनेक्टिविटी के लिए यूपी में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की बढ़ाएं संख्या : योगी

Shreya
2 Aug 2023 5:16 AM GMT
हवाई कनेक्टिविटी के लिए यूपी में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की बढ़ाएं संख्या : योगी
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी देश में समृद्ध होते उड्डयन क्षेत्र की नई पहचान बनकर उभरा है। यहां अभी तीन अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित हैं। राज्य में नागरिक उड्डयन क्षेत्र का विस्तार हो, इसके लिए प्रदेश में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की संख्या में वृद्धि करें एवं नागरिक सुविधाओं में विस्तार सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को नागरिक उड्डयन विभाग के कार्यों की समीक्षा की और प्रस्तुतिकरण देखा। इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-2017 के सापेक्ष छह साल में प्रदेश में माल ढुलाई हुई चार गुना वृद्धि हुई है। वर्ष 2016-2017 में प्रदेश में माल ढुलाई जहां 5895 मीट्रिक टन थी, वहीं 2022-23 में यह बढ़कर 20, 813 मीट्रिक टन हो गई। यह वृद्धि काफी सराहनीय है।

सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2016-2017 में प्रदेश में एयर ट्रैफिक जहां 46,585 था। वहीं साल 2022-2023 में यह संख्या बढ़कर 82,615 हो गई है। हवाई उड़ानों के साथ-साथ यात्रियों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है। वर्ष 2016-2017 के 59.97 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की है। वहीं 2022-2023 में 96.02 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा का लाभ उठाया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ रही हवाई यात्रियों की संख्या को देखते हुए उनकी सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाए। योगी ने कहा कि दिव्य और भव्य कुंभ से पहले प्रयागराज एयरपोर्ट की क्षमता नागरिक सुविधाओं में विस्तार करें। साथ ही प्रयागराज एयरपोर्ट की क्षमता को तीन सौ से बढ़ाकर पांच सौ यात्रियों की करें। इसके अलावा प्रदेश में हेलीकॉप्टर की सुविधा को बढ़ाएं।

उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर हो इसके लिए वहां पर आरआरटीएस या लाइट मेट्रो की व्यवस्था करें। कहा कि गोरखपुर एयरपोर्ट का त्रिपक्षीय सर्वे जुलाई में पूर्ण हो चुका है। इसके निर्माण कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ करें।

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तीन अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, 17 हवाईपट्टी और हमारी आठ हवाईपट्टियों भारतीय वायुसेना अंतर्गत हैं। उन्होंने कहा कि श्रावस्ती, आजमगढ़, चित्रकूट, अलीगढ़ में राज्य सरकार द्वारा कराए जा सिविल कार्य पूर्ण हो चुके हैं, यह प्रगति सराहनीय है।

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