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नई बस्तियां बसने से वोटरों की संख्या में हुई वृद्धि
मेरठ: दूरदरदाज तक फैली कई बस्तियों को मिलाकर बनाए गए वार्ड-75 में कई इलाके ऐसे हैं, जहां रास्तों तक की बुनियादी सुविधा तक नगर निगम मुहैया नहीं करा सकी है। मदीना कॉलोनी, समर गार्डन, शाहजहां कॉलोनी, इस्लामनगर, बेलपत्थर कॉलोनी, अलीबाग कॉलोनी आदि को मिलाकर बनाए गए वार्ड-75 का नगर निगम में पार्षद के रूप में जाहरा पत्नी महताब आलम प्रतिनिधित्व कर रही हैं। इस वार्ड में वोटरों की संख्या पिछले चुनाव में करीब 13 हजार रही है, जिनमें इस बार कई बस्तियां नई बस जाने के कारण हजारों की तादाद में वृद्धि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मुस्लिम बाहुल्य इन बस्तियों में ज्यादातर बुनकर समाज के लोग निवास करते हैं। जिन्होंने आजीविका के लिए अपने घरों में पावरलूम मशीनें लगा रखी हैं। वार्ड की स्थिति के बारे में भावी प्रत्याशी मो. बिलाल, मो. सलीम, मो. साजिद, फखरुद्दीन, मो. शमीम आदि का कहना है कि वार्ड की अधिकतर स्ट्रीट लाइट खराब अवस्था में पड़ी हैं।
अव्वल तो वार्ड में पर्याप्त संख्या में बिजली के खंभे नहीं हैं, जो हैं उन पर लाइटें भी नजर नहीं आती हैं। बिजली के तारों की स्थिति जर्जर अवस्था में है। पूरे वार्ड में तार झूलते हुए नजर आते हैं। नालियों की सफाई से लेकर जल निकासी तक के प्रबंध पूरी तरह चरमराई हुई है। शाहजहां कॉलोनी में एक महीने से नलकूप की मोटर फुंकी हुई है। जिसके कारण गली नंबर एक समेत कई इलाकों में पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो चुकी है। लोगों का कहना है कि उन्हें कई दिन से पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं हुई है। हालांकि इस वार्ड में गंगा जल की आपूर्ति निरंतर की जा रही है। जिसके चलते इस वार्ड के अधिकांश लोग पेयजल के मामले में आत्मनिर्भर कहे जा सकते हैं। वार्ड में साफ-सफाई की स्थिति बिगड़ीहुई है। पार्षद का कहना है कि यहां केवल 18 कर्मचारी तैनात हैं। जिनमें से कई मौकों पर कोई न कोई कर्मचारी किसी न किसी कारण से अनुपस्थित रह जाता है। शाहजहां कॉलोनी निवासी मोहम्मद सलीम का कहना है कि उनकी गली में पानी की सप्लाई नलकूप के माध्यम से की जाती है। आए दिन या तो बोरिंग खराब हुआ रहता है, या मोटर खराब हो जाता है। जिसके कारण महीने में कई दिन तक लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। और इधर उधर जाकर अपने घरेलू प्रयोग के लिए पानी का प्रबंध करना पड़ता है। क्षेत्र के लोगों की मांग है कि मुख्य मार्ग से गुजर रही गंगाजल परियोजना की पाइप लाइन से समूचे क्षेत्र को जोड़ दिया जाए तो उनकी पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है।
क्योंकि इस लाइन में 24 घंटे पानी उपलब्ध रहता है। चमन कालोनी के निवासियों का कहना है कि पार्षद ने उनके इलाके में आकर समस्याओं तक को जानने का प्रयास नहीं किया है। जिसका परिणाम यह है कि वार्ड के उबड़-खाबड़ और गंदे पानी से भरे रास्तों से स्कूल जाते बच्चे अकसर गिरकर चोट खाते रहते हैं। मस्जिद में आने-जाने के लिए नमाजियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पार्षद का कथन: वार्ड-75 जाहरा पत्नी महताब आलम का कहना है कि पांच साल पहले जब यह वार्ड उनके हाथों में आया, उस समय यहां विकास नाम की कोई चीज नहीं थी। सड़कें, गलियां, खड़ंजा, बिजली पथ प्रकाश जैसी मूलभूत सुविधाओं से यह क्षेत्र पूरी तरह वंचित था। पार्षद का दावा है कि अपने पांच साल के कार्यकाल में उन्होंने अपने वार्ड को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। वार्ड में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1200 से अधिक लोगों को घरौंदे मिल चुके हैं। फतेउल्लहपुर रोड के नालों का निर्माण, समर गार्डन में 60 फुटा रोड पर नगर निगम अवस्थापना निधि से खड़ंजा और नालों का निर्माण कराया गया है। शाहजहां कॉलोनी मुख्य मार्ग पर रोड का निर्माण कराया गया है। यह टाइल्स और नाला निर्माण का कार्य भी कराया गया है। मदीना कॉलोनी में तीन चार गलियों का निर्माण कराया है। पार्षद का दावा है कि उनके वार्ड में सबसे ज्यादा 1262 लाइटें लगाई गई हैं।