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शहर से गांव तक आंखों में संक्रमण के मामलों मैं इज़ाफ़ा
इलाहाबाद न्यूज़: मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण बीमारी पांव पसार रही है. वायरल बुखार, डायरिया के साथ ही लोगों की आंखों में संक्रमण के मामले बढ़ गए हैं. शहर से देहात तक कंजंक्टिवाइटिस के पीड़ितों की अस्पतालों में भीड़ है.
आंख लाल होने, जलन की शिकायत लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. इनमें बच्चों की संख्या भी अच्छी खासी है. हिन्दुस्तान की टीम ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की पड़ताल की. ओपीडी में डॉक्टरों के पास पहुंचे मरीजों में 50 फीसदी बच्चे शामिल रहे. डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण के प्रति लोग लापरवाही भी बरत रहे हैं. इसके कारण संक्रमण घर के दूसरे सदस्यों को भी अपनी चपेट में ले रहा है. मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय में ओपीडी में 627 मरीज पहुंचे. इनमें करीब 300 मरीज कंजंक्टिवाइटिस संक्रमण के थे. अस्पताल के निदेशक प्रिंसिपल एसपी सिंह का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के लोगों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है. पीड़ित से दूरी बनाकर रखें.
मंडलीय अस्पताल कॉल्विन के नेत्र रोग विभाग में 250 लोग पहुंचे. इनमें 200 मरीज कंजंक्टिवाइटिस के संक्रमण के थे. मरीजों में 50 फीसदी बच्चे शामिल रहे. डॉ. राम मिलन ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति का तौलिया, बिस्तर या फिर रुमाल इस्तेमाल करने से परिवार के दूसरे सदस्य भी बीमारी की चपेट में पहुंच रहे हैं.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कौड़िहार के अधीक्षक डॉ. अनुराग तिवारी का कहना है कि 206 मरीज ओपीडी में आए. 180 मरीज कंजंक्टिवाइटिस के थे. इनमें 50 फीसदी बच्चे रहे. इन्हें दवाओं के साथ ही आई ड्राप दिया गया.
कंजंक्टिवाइटिस ने झूंसी में भी पसारे पांव झूंसी. कंजंक्टिवाइटिस का प्रकोप झूंसी में भी बढ़ता जा रहा है. शहर से लेकर देहात तक बड़े और बच्चे इसकी चपेट में हैं. इसमें बच्चों की संख्या ज्यादा है. अस्पतालों में इससे पीड़ित मरीजों की तादात अचानक बढ़ गई है. झूंसी आवास विकास कॉलोनी स्थित एक स्कूल के कई बच्चे व शिक्षक इससे पीड़ित हैं. अन्य बच्चो में संक्रमण न फैले, विद्यालय प्रबंधक ने प्रभावित बच्चों व शिक्षकों को ठीक होने तक स्कूल आने पर रोक लगा दी है.