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आजादी बाद दूसरे लोकसभा चुनाव 1957 में बस्ती लोकसभा क्षेत्र से दो-दो सांसदों का चुनाव हुआ था
बस्ती: आजादी बाद दूसरे लोकसभा चुनाव 1957 में बस्ती लोकसभा क्षेत्र से दो-दो सांसदों का चुनाव हुआ था. बस्ती क्षेत्र से सांसद की दो सीट कर दी गई थी. दूसरे चुनाव में कांग्रेस के केशवदेव मालवीय और निर्दल रामगरीब सांसद निर्वाचित हुए थे. इसी चुनाव में राम जन्मभूमि का ताला खुलवाने वाले तत्कालीन डीएम केके नायर मामूली वोटों से चुनाव हार गए थे. यह चुनाव ऐतिहासिक था, जब कांग्रेस उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था और चौथे स्थान पर रहे.
1957 के लोकसभा चुनाव में बस्ती लोकसभा क्षेत्र से दो सीट थी. कांग्रेस ने अपने दो उम्मीदवार केशवदेव मालवीय और शिव नारायण को चुनाव मैदान में उतारा. दो और उम्मीदवार मैदान में उतरे. एक निर्दल रामगरीब तो दूसरे आईएएस अधिकारी पद से त्यागपत्र देने वाले केरल के कृष्ण करुणाकर नायर रहे. चुनाव में कुल आठ लाख 7 हजार 317 मतदाता था. कुल 48.44 प्रतिशत मतदान हुआ. सात लाख 82 हजार 198 वोटों में से सभी वैध पाए गए थे. इसमें दो लाख 41 हजार 186 वोट पाकर पहली सीट के लिए कांग्रेस के केशव देव मालवीय को जीत मिल गई.
दूसरी सीट के लिए निर्दल रामगरीब जीते, उन्हें एक लाख 84 हजार 549 वोट मिले. तीसरे स्थान पर रहने वाले फैजाबाद के पूर्व डीएम केके नायर एक लाख 83 हजार 890 को वोट मिली. वह रामगरीब से महज 959 वोट पीछे रहे और चुनाव हार गए. इस चुनाव में कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार शिव नारायण को चौथा स्थान मिला. वह महज एक लाख 72 हजार 573 वोट हासिल कर सके.
उस समय बस्ती जनपद में दो लोकसभा क्षेत्र बस्ती और डुमरियागंज था. डुमरियागंज से एक सांसद का चुनाव होना था. जहां पर कांग्रेस के रामशंकर लाल को जीत मिली. 1957 के चुनाव में डुमरियागंज क्षेत्र में कुल चार लाख 21 हजार 656 मतदाता था. इसमें से दो लाख हजार 101 ने वोट किया था. सभी वोट को वैध माना गया था. 50.78 प्रतिशत पड़े वोटों में से एक लाख 10 हजार 60 वोट पाकर कांग्रेस के रामशंकर लाल को जीत मिली थी. दूसरे नंबर पर निर्दल उम्मीदवार धर्मनाथ रहे. जिन्हें महज 43 हजार 6 वोट मिला था. तीसरे नंबर पर भारतीय जनसंघ के रामबीर सिंह व चौथे स्थान पर निर्दल विश्वनाथ अग्रवाल रहे.