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उत्तर प्रदेश
दूसरी घटना में बछड़े की मौत, आगरा के बाह में तेंदुए ने किसान पर किया हमला, कुत्तों ने बचाई जान
Admin4
5 July 2022 8:53 AM GMT
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बीहड़ से सटे बाह क्षेत्र में तेंदुआ आने से ग्रामीणों में दहशत है। बीते तीन दिनों में तेंदुए के हमले की दो घटनाएं हो चुकी हैं।
आगरा जिले के बाह क्षेत्र में तेंदुआ आने से ग्रामीणों में दहशत है। गांव अभयपुरा में नलकूप पर सो रहे किसान पर तेंदुए ने हमला कर दिया। वहां मौजूद कुत्तों ने उसकी जान बचाई। इधर, मऊ गांव में घुसे तेंदुए के हमले में खूंटे पर बंधे बछडे़ की जान चली गई। इससे दहशत में आए ग्रामीण बीहड़ के किनारे पहरेदारी करने को मजबूर हैं। वन विभाग की टीम ने भी तेंदुए की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका।
कुत्तों ने तेंदुए को भगाया
पहली घटना गांव अभयपुरा में शनिवार रात को हुई। गांव निवासी किसान कोमल सिंह (45) खेत में स्थित नलकूप पर थे। इसी दौरान पिल्ले पर तेंदुए ने हमला कर दिया था। वह बचाने पहुंचे तो तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि नलकूप पर मौजूद तीन चार कुत्तों ने तेंदुए को घेर लिया। इस पर तेंदुआ चंबल के बीहड़ की ओर भाग निकला। हमले में जख्मी किसान इलाज के लिए सीएचसी पहुंचे। इस संबंध में रेंजर आरके सिंह राठौर ने बताया कि अभयपुरा गांव सामाजिक वानिकी क्षेत्र में है। फिर भी तेंदुआ या लकड़बग्गा के मूवमेंट के बारे में जांच की जाएगी।
मऊ गांव में तेंदुए के हमले में बछडे़ की मौत
मऊ गांव में रविवार की रात रामराज शर्मा की बेटी का विवाह समारोह था। इसी दौरान चंबल के बीहड़ से गांव में घुसे तेंदुए ने रामराज के घर के पास खूंटे से बंधे बछडे़ पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हमला देखकर परिजनों की चीख निकल गई। ग्रामीणों ने तेंदुए को बीहड़ तक खदेड़ दिया। बरात के दौरान भी तेंदुए के हमले की आशंका के चलते ग्रामीण डरे सहमे रहे।
दहशत का आलम यह रहा कि सोमवार को दिन में भी ग्रामीण बीहड़ किनारे पहरेदारी करते दिखे। सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। तेंदुए की तलाश में गांव किनारे के बीहड़ को खंगाला। रेंजर आरके सिंह राठौड़ ने बताया कि तेंदुए के हमले में बछडे़ की मौत की जानकारी मिली है। पीड़ित को नियमानुसार मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
दो शावकों के साथ दिखे नर-मादा
मऊ और आसपास के गांवों के लोगों ने बताया कि बीहड़ में दो शावकों के साथ नर मादा तेंदुए दिखे थे। उनके डर की वजह से चरवाहों ने बीहड़ में जाना बंद कर दिया है। कमोनी के पूर्व प्रधान ओम प्रकाश यादव ने बताया कि गांव किनारे तेंदुए और शावकों के पदचिह्न मिले थे। एक महीने पहले मऊ में तेंदुए के हमले में राजेश शर्मा का बछड़ा घायल हुआ था, कुछ दिन बाद उसकी मौत हो गई थी।
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