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देवबंद में जैन समाज द्वारा कैंडल मार्च निकालकर कर रोष व्यक्त किया
देवबंद। कर्नाटक में हुई जैन मुनि की जघन्य हत्या के विरोध में देवबंद में जैन समाज द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया। जैन समाज की ओर से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर हत्या के आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई एवं जैन साधु भगवन्तो की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई। बीती रात श्री दिगंबर जैन पंचायत समिति और सकल जैन समाज देवबंद द्वारा नगर में शांतिपूर्वक कैंडल मार्च निकाला गया। कैंडल मार्च देवबंद नगर के जैन अतिथि भवन चाहपारस से शुरू होकर हलवाई हट्टा, कानूगोयान, जनकपुरी, मेन बाजार, एमबीडी चौक होते हुए सुभाष चौक पर समाप्त हुआ।
इस दौरान कैंडल मार्च में शामिल जैन समाज के लोगों ने कर्नाटक के बेलगाम में जैन मुनि की हत्या का विरोध किया और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए नारे लगाए गए कि जैन मुनि के हत्यारों को फांसी दो, फांसी दो, जब तक सूरज चांद रहेगा मुनियों का सम्मान रहेगा, जैन मुनि पर अत्याचार नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे। दिगंबर जैन पंचायत समिति और सकल जैन समाज देवबंद की ओर से राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया कि विश्व में अहिंसा का संदेश देने वाले जैन धर्म के साधु भगवन्तों को निशाना बनाकर के आये दिन उन पर हमले किये जा रहे है और हत्या की जा रही है। पिछले दिनो बेलगाम में जैन धर्म के साधु भगवन्त जैन मुनि कामकुमार नंदी की निमर्मता से टुकडे-टुकडे कर हत्या कर दी गई और जैन समाज को बदनाम करने के उद्देश्य से झूठी घटना का प्रचार किया गया।
जिससे जैन समाज में काफी रोष व्याप्त है। कहा गया कि प्रशासन उनके हत्यारों को पकड़ने में पूर्णतः असफल रहा है। जिससे कि जैन समाज में सम्पूर्ण देश में भय एवं आतंक व्याप्त है एवं कानून व्यवस्था के समक्ष बड़ी चुनौती है। विश्व को अहिंसा का संदेश देने वाले जैन समाज के पास स्वयं के उपर हो रही हिंसा का प्रतिरोध करने के लिये अहिंसक प्रदर्शन ही एकमात्र रास्ता बचा है। सम्पूर्ण जैन समाज शासन से मांग करता है कि अहिंसा का संदेश देकर अपनी धर्म आराधना में लगे जैन समाज के साधु भगवन्तो की सुरक्षा शासन-प्रशासन द्वारा प्राथमिकता के आधार पर की जाए।
विश्व में जैन धर्म ही एक ऐसा धर्म है जो अहिंसा का संदेश देता है और भारत की गरिमापूर्ण संस्कृति से अलग ही पहचान स्थापित किए है और आज भारत की गरिमापूर्ण संस्कृति पर किये जा रहे हमले पर शासन को नियमानुसार कार्यवाही करके संविधान और धार्मिक मान्यताओं की रक्षा करनी चाहिये। कैंडल मार्च में देवबंद क्षेत्र के प्रमुख चिकित्सक डा. डीके जैन, श्री दिगंबर जैन पंचायत समिति के अध्यक्ष सुदेश जैन, महामंत्री प्रांशु जैन, कोषाध्यक्ष मुनीश जैन, अखिल जैन, शशांक जैन, विपुल जैन, अजय जैन, अक्षय जैन, मिलिंद जैन, अनुज जैन, अंकित जैन, अभिषेक जैन, मुकेश जैन, डा. पारस जैन, रजत जैन, वैभव जैन, अश्विनी जैन, शुभम जैन, ऋषभ जैन, प्रतीक जैन, सिद्धांत जैन, बिजेंद्र जैन, पारस जैन, लक्ष्य जैन, अर्चना जैन, चंदनबाला जैन, संध्या जैन, नितिका जैन, उर्वशी जैन, सीमा जैन, पारुल जैन समेत जैन समाज के भारी संख्या में पुरूष महिलाएं एवं बच्चें मौजूद रहे।