उत्तर प्रदेश

चालान के बाद भी नहीं मानें तो लाइसेंस रद करो, बैठकबार-बार एस्टीमेट बनाने पर हुए नाराज

Harrison
17 Aug 2023 2:08 PM GMT
चालान के बाद भी नहीं मानें तो लाइसेंस रद करो, बैठकबार-बार एस्टीमेट बनाने पर हुए नाराज
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उत्तरप्रदेश | चालान के बाद भी नहीं मानें तो परमिट रद करो, लाइसेंस जब्त कर निरस्त करो। लेकिन, यातायात नियमों से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति को यह याद रखना है, खुद की सुरक्षा, गाड़ी फिटनेट और सभी कागजात के साथ नियमानुसार ही चलें। मैं युवाओं को खासकर कहना चाहूंगा कि जोश के साथ होश भी कायम रखें, तभी युवा दिवस की सार्थकता है। प्रमुख सचिव एल वेंकटेश्वर लू परिवहन ने कुछ इस अंदाज में सड़क सुरक्षा एवं मिशन कर्मयोगी में अपनी बात रखी।
सूरसदन में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर लोक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें प्रमुख सचिव परिवहन ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि सड़क नियमों का जो उल्लंघन कर रहा है और उनका बार-बार चालान हो रहा है, यदि तीन बार चालान होना पाया जाता है तो परमिट कैंसिल किया जाएगा, यदि ड्राइविंग लाइसेंस है तो उसका लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाएगा। निर्देश दिए कि वाहन चालकों के वैध ड्राइविंग लाइसेंस, ड्राइविंग की विधिवत ट्रेनिंग सुनिश्चित करना, शराब पीकर गाड़ी चलाने व मोबाइल से बात करते हुए पाए जाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही ऑटोमेटिक ट्रेनिंग केंद्र खोलने की बात कही। वहीं इससे पूर्व पैराशूटर सोनिया शर्मा ने उपस्थित सभी स्कूल के छात्र-छात्राओं को सफलता के टिप्स दिए। एसएस यादव, स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह, शीला बहल, विष्णु, सुनहरी लाल, धर्मेंद्र सिंह, प्रमोद सिंह को सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि
नवनीत शाह, मुख्य वक्ता रामकृष्ण गोस्वामी, जीआईसी, एमडी जैन, क्यूवी, सेंट जोंस गर्ल्स कॉलेज, आरबीएस की छात्राएं उपस्थित रहीं।
प्रमुख सचिव एल. वेंकटेश्वर लू आयुक्त कार्यालय में आईजीआरएस, लोक कल्याणकारी योजनाओं, शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं की मंडलीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। विभिन्न विभागों के डिफॉल्टर संदर्भ को निस्तारित करने के निर्देश दिए। निर्माणदायी संस्थाओं के कार्यों के लिए टाइम लाइन के अंतर्गत पूर्ण न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अधिकतर परियोजनाओं में रिवाइज एस्टीमेट बनाए जाने पर कड़ी आपत्ति की। इसे दोषपूर्ण प्रवृत्ति बताया।
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