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उत्तर प्रदेश
UP एटीएस से पकड़ाए तो जमानत मुश्किल, 32 आरोपियों की जमानत अर्जी निरस्त
jantaserishta.com
8 May 2022 3:54 PM GMT
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लखनऊ: यूपी एटीएस अब आतंकियों और उनके मददगारो को दबोच कर उनके मंसूबों पर पानी फेरने के साथ-साथ आरोपियों को अदालत से सजा दिलाने में भी उतनी ही शिद्दत से जुटी है. अमूमन जांच एजेंसियों के द्वारा ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद आरोपियों की लचर पैरवी से अदालत से बरी होने के तमाम मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन यूपी एटीएस ने बीते सालों में जिन बड़े ऑपरेशनो को अंजाम दिया उसमें पकड़े गए किसी भी आरोपी की आज तक जमानत नहीं हो पाई. मौजूदा साल के 4 महीने में ही यूपी एटीएस 32 आरोपियों की जमानत अर्जी निरस्त करवा चुकी है. यूपी एटीएस ने लखनऊ की स्पेशल कोर्ट में केस की पैरवी के लिए जिला शासकीय अधिवक्ता की टीम के साथ साथ एक सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता को भी लगाया है.
11 साल पुराने तीन मामलों में प्रभावी पैरवी
यूपी एटीएस ने लखनऊ के जिला एवं सत्र न्यायालय में विचाराधीन चल रहे 11 साल पुराने तीन मामलों में प्रभावी पैरवी के लिए दुष्यंत मिश्रा को सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता बनाया है. यूपी एटीएस ने यह कदम कोर्ट में लंबित मामलों के तेजी से निस्तारण व आरोपियों को सजा दिलाने की योजना के तहत लिया गया है.
यूपी एटीएस ने अब आतंकी संगठनों से जुड़े संदिग्धों और उनके मददगारो को गिरफ्तार कर आतंकी साजिशो को नाकाम करने के साथ-साथ पकड़े गए आरोपियों को अदालत से भी सजा दिलाने के दूसरे मोर्चे पर भी काम करना शुरू कर दिया है.
1 जनवरी 2022 से 30 अप्रैल 2022 तक का हाल
सीजेएम कस्टम कोर्ट से 1, एआईए/एटीएस स्पेशल कोर्ट से 25 और हाईकोर्ट से 6 आरोपियों की जमानत अर्जी निरस्त करवा चुकी है.
बात अगर बीते साल में यूपी एटीएस के द्वारा चलाए गए प्रमुख अभियान और उसमें गिरफ्तारीयों के बाद कोर्ट से जमानत की करें तो यूपी एटीएस ने साल 2021 में 3 बड़े अभियान चलाए. अवैध धर्मांतरण के सिंडिकेट का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी उमर गौतम समेत 17 लोग गिरफ्तार किए गए. अवैध धर्मांतरण केस में किसी भी आरोपी को आज तक जमानत नहीं मिल पाई.
सिम का चीन कनेक्शन
प्री एक्टिवेटेड सिम के चीन कनेक्शन में मुख्य आरोपी जेम्स समेत 20 लोग गिरफ्तार किए गए. इसमें भी किसी को जमानत नहीं मिली. फर्जी दस्तावेजों से बांग्लादेश के नागरिकों को भारत लाकर अफ्रीका व खाड़ी देशों में तस्करी के सिंडिकेट में मुख्य आरोपी मिथुन मंडल समेत 20 लोग गिरफ्तार किए गए लेकिन किसी को जमानत नहीं मिली.
यूपी एटीएस ने गिरफ्तारियो के साथ-साथ कोर्ट में पैरवी की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया है. माना जा रहा है कि बीते डेढ़ साल में की गई कार्रवाई और उसमें गिरफ्तारी में अब कोर्ट से सभी आरोपियों को सजा मिलना भर बाकी है. यूपी एटीएस ने सबूतों के आधार पर चार्जशीट लगाना और फिर कोर्ट में पैरवी से आरोपियों को सजा दिलाने का खाका तैयार कर लिया है.
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