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मेरठ न्यूज़: छात्र-छात्राओं को सत्र 2023-24 से बीएड-एमएड, बीपीएड-एमपीएड कोर्स करने के लिए अधिकतम तीन साल ही मिलेंगे. विवि ने आगामी सत्र से इन चारों कोर्स में नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) के नियमों को लागू करते हुए स्थानीय स्तर पर दी जा रही एक साल की अतिरिक्त छूट खत्म की दी है. इन कोर्स को पूरा करने की न्यूनतम अवधि दो साल है. विवि ने अपने स्तर पर इसे चार वर्ष किया हुआ था. विशेष स्थितियों में पांचवें वर्ष की छूट भी देता था. उक्त फैसले के बाद कैंपस और विवि से संबद्ध छह जिलों के 450 से ज्यादा शिक्षक शिक्षा संस्थानों में प्रतिवर्ष सवा लाख विद्यार्थियों पर यह नियम पूरी तरह से लागू होगा. विवि के अनुसार यदि 2023 में उक्त कोर्स में प्रवेश पाने वाले छात्र यदि न्यूनतम दो साल में अपनी डिग्री पूरी नहीं कर पाते तो उन्हें इसे पूरा करने के लिए एक साल और अलग से मिलेगा. तीन सालों में डिग्री पूरी नहीं करने पर छात्र का प्रवेश निरस्त हो जाएगा और उसे फिर से प्रथम वर्ष में प्रवेश लेते हुए प्रक्रिया पूरी करनी होगी.
सूट-सलवार पर उतार लाई फिजिक्स की किताब
चौ. चरण सिंह विवि की जारी पीजी सम सेमेस्टर की परीक्षाओं में मेरठ कॉलेज में नकल में अब तक का सबसे अजीबोगरीब मामला पकड़ा गया. एमएससी फिजिक्स द्वितीय सेमेस्टर में एक छात्रा अपने सूट-सलवार पर फिजिक्स की किताब उतारकर ले आई. चीफ प्रॉक्टर डॉ.अनिल राठी के निर्देशन में पेपर में जारी चेकिंग में इस छात्रा पर शक हुआ. यह यात्रा अपने सूट को उठाकर कुछ पढ़ने का प्रयास कर रही थी. सचल दल ने छात्रा को कुर्सी से उठाया तो उसके कपड़े देखकर चौंक गए. छात्रा ने सूट के अंदर की ओर और सलवार के दो हिस्सों में नकल उतार रखी थी. सलवार के दो हिस्से सूट से ढके हुए थे.