उत्तर प्रदेश

तमिलनाडु में इंतजाम तो आगरा में क्यों नहीं, सरकार ने ड्राइवरों को ठहराने का बनाया है एक्ट

Admin Delhi 1
10 July 2023 5:25 AM GMT
तमिलनाडु में इंतजाम तो आगरा में क्यों नहीं, सरकार ने ड्राइवरों को ठहराने का बनाया है एक्ट
x

आगरा न्यूज़: होटलों में मेहमानों के ठहराने के लए ऊंचे-ऊंचे पैकेज हैं, लेकिन उनके साथ लंबी दूरी तय करने आने वाले वाहन चालकों के रात में ठहरने के लिए कोई सुविधा नहीं है. ये स्थिति बजट होटलों से लेकर सितारा होटल तक की है. ड्राइवरों की समस्या को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने तो होटलों में ड्राइवरों को ठहराने के लिए एक्ट ही बना दिया है. इस एक्ट में कहा गया है कि होटल मालिकों को गेस्ट के साथ ड्राइवरों को भी बेडरूम देना होगा. इसको देखते हुए अब यूपी के ड्राइवरों ने भी होटल में ठहराने की मांग कर दी है.

. अभी भी ऐसा हो रहा है, लेकिन ये संख्या काफी कम है.

सरकार ने ये किए हैं ये आदेश

तमिलनाडु में होटल मालिकों को गेस्ट के साथ अब ड्राइवर को भी बेडरूम देना होगा. राज्य सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए इसे अनिवार्य कर दिया है. तमिलनाडु सरकार के हाउसिंग एंड अरबन डेवलेपमेंट डिपार्टमेंट ने 28 जून को यह आदेश जारी किया. जिसमें होटल मालिकों को अपने परिसर या उससे 250 मीटर के भीतर ड्राइवर के ठहरने के लिए रूम और टॉयलेट की व्यवस्था करनी होगी.

बजट होटलों की तो संख्या हजार के आसपास होगी. इन होटलों में बड़ी संख्या में गेस्ट ठहरने के लिए आते हैं. सितारा होटलों में कभी ड्राइवरों के लिए रात में सोने की व्यवस्था हुआ करती थी. इसके लिए डोरमेट्री बने हुए थे, लेकिन अब धीरे-धीरे सभी होटलों ने इस व्यवस्था को खत्म कर दिया है. ऐसे में ड्राइवरों को अपनी गाड़ी में ही सोना पड़ता है. जिससे नींद भी पूरी नहीं हो पाती है. इससे कभी-कभी वाहन चलाते समय दुर्घटना की भी ज्यादा आशंका बनी रहती है.

ड्राइवरों को रोके जाने के लिए पहले सितारा होटलों में डोरमेट्री थी. पहले आओ पहले पाओ के आधा पर उन्हें ठहरने के लिए मिल जाता था, लेकिन कई बार चालकों द्वारा अभद्रता के मामले प्रकाश में आने के कारण होटलों को ये व्यवस्था बंद करनी पड़ी. वैसे भी होटलों में जितने कमरे होते हैं, उतने चालकों को रहने का इंतजाम तो कोई नहीं कर सकता.

राजीव सक्सेना, अध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड

तमिलनाडु सरकार का आदेश ड्राइवरों के हित में है. पहले हम लोगों के होटलों में भी ड्राइवरों केरुकनेकी व्यवस्था रहती थी, लेकिन कुछ चालकों ने शोरगुल मचाना शुरू कर दिया. इससे होटल में व्यवधान होने लगा. इस कारण इस व्यवस्था को ही खत्म करना पड़ा. वैसे हमारे ग्रुप के होटल्स में ड्राइवरों को खाना जरूर खिला दिया जाता है.

आमिरउद्दीन, जीएम होटल रावल रेजीडेंसी ग्रुप आफ होटल्स

ड्राइवरों को ठहराने की व्यवस्था जरूर करानी चाहिए

फतेहाबाद रोड स्थित एक सितारा होटल में अमृतसर से गेस्ट को लेकर आए चालक गुरपिंदर सिंह ने बताया कि लंबी ड्राइव करने के बाद रात में ठहरने की व्यवस्था होनी चाहिए लेकिन गेस्ट द्वारा नाइट का खर्चा दिए जाने पर वह उनके रहने का इंतजाम नहीं करता है. नाइट का खर्च इतना नहीं मिलता है कि उससे कमरा लेकर खाना भी खाया जा सके. एक होटल में हल्द्वानी से मालिक को लेकर आए ड्राइवर संदीप कुमार ने बताया कि होटल में ठहरने की व्यवस्था न होने पर एक छोटे होटल में कमरा लेकर ठहरना पड़ा. यदि कार में ही सोता तो नींद नहीं पूरी हो पाती. ड्राइवरों को ठहराने की व्यवस्था जरूर करानी चाहिए.

Next Story