उत्तर प्रदेश

लखनऊ में आईएएस अफसरों में हुआ फिर टकराव, गोल्फ क्लब का विवाद हाईकोर्ट में पहुंचा

Shantanu Roy
27 Sep 2022 10:51 AM GMT
लखनऊ में आईएएस अफसरों में हुआ फिर टकराव, गोल्फ क्लब का विवाद हाईकोर्ट में पहुंचा
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बड़ी खबर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने स्थित हाई प्रोफाइल लखनऊ गोल्फ क्लब की प्रबंध समिति के कुछ सदस्यों के बीच एक दिन पहले उपजा विवाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय में पहुंच गया है। लखनऊ गोल्फ क्लब की प्रबंध समिति ने मानद सचिव संदीप दास के माध्यम से उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में याचिका दायर की है। न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की एकल पीठ ने इस याचिका को सुनवाई के लिये स्वीकार कर अगली तारीख 28 सितंबर तय की है। अदालत ने क्लब की प्रबंध समिति के मौजूदा अध्यक्ष मुकुल सिंघल को ही फिलहाल अध्यक्ष पद पर बने रहने को कहा है। साथ ही निर्देश दिया है कि डिप्टी रजिस्ट्रार (फर्म, सोसाइटी एवं चिटफंड) नयी प्रबंध समिति के गठन के बारे में प्रतिवादियों के आवेदन पर फिलहाल कोई आदेश पारित न करें। गौरतलब है कि नौकरशाहों के वर्चस्व की लड़ाई का अखाड़ा बने लखनऊ गोल्फ क्लब में रविवार को आम सभा की बैठक थी। इस दौरान न्यायिक क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों को भी गोल्फ क्लब का सदस्य बनाये जाने के प्रस्ताव पर प्रबंध समिति के दो गुटों में विवाद उत्पन्न हो गया।
हंगामेदार विवाद इतना बढ़ गया कि सिंघल ने क्लब की कार्यकारिणी को भंग कर 23 अक्टूबर को नयी कार्यकारिणी का चुनाव करने की घोषणा कर दी। इस मुद्दे पर एक पक्ष ने अब मामले काे उच्च न्यायालय में ले जाकर विवाद के स्थायी समाधान की पहल की है। करीब एक साल पहले प्रतिष्ठित गोल्फ क्लब के चुनाव में उत्तर प्रदेश के दो शीर्ष अफसरों के बीच जब मुकाबला हुआ तो उसमें राजस्व परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष मुकुल सिंघल ने तत्कालीन अपर सचिव सूचना नवनीत सहगल को हराकर अध्यक्ष की कुर्सी हासिल की थी। अभी चुनाव को एक साल पूरा होने में कुछ दिन शेष हैं, लेकिन इसी दौरान विरोधी गुट ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर मुकुल सिंघल एंड कंपनी को गोल्फ क्लब से चलता कर दिया। रविवार को बुलाई गई हंगामेदार मीटिंग में अविश्वास प्रस्ताव लाकर मौजूदा कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया। मीटिंग हॉल में जबर्दस्त बवाल मच गया। क्लब के वर्तमान और पूर्व अधिकारी आपस में भिड़ गए। माहौल गरमाया तो पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। अफसरों का झगड़ा शांत कराने पहुंची पुलिस भी अधिकारियों के बीच जाकर बीच-बचाव से झिझकती दिखी। क्लब के 150 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पर दस्तखत किए और मौजूदा कार्यकारिणी को भंग कर दिया। हंगामेदार रही बैठक में मौजूदा कार्यकारिणी भंग करके जाविद अहमद को नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। सुभाष चंद्रा कार्यकारी सचिव, रवींद्र नंदा कैप्टन और संजीव अग्रवाल कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। पिछले दिनों में क्लब की मौजूदा कार्यकारिणी को लेकर असंतोष की खबरें सामने आ रही थीं। विपक्षी गुट को जैसे ही मौका मिला, उसने कार्यकारिणी को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए भंग कर दिया। इस दौरान सूबे के दो ताकतवर अफसर दो किनारों पर खड़े दिखे।
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