उत्तर प्रदेश

ईमानदार ऑटो ड्राइवर, प्रोफेसर का बैग लौटाकर सोशल मीडिया पर छाया

jantaserishta.com
13 Nov 2021 9:08 AM GMT
ईमानदार ऑटो ड्राइवर, प्रोफेसर का बैग लौटाकर सोशल मीडिया पर छाया
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ये है पूरा मामला.

मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद जनपद में एक फोटो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक पुलिस वालों से कुछ इनाम लेता दिखाई दे रहा है. साथ ही एक महिला और पुरुष भी फोटो में दिखाई दे रहे हैं. सामने मेज पर लैपटॉप सहित कुछ सामान रखा हुआ है.

थाना प्रभारी ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर विकास सिंह और उनकी पत्नी जो पडोसी जनपद अमरोहा में नवोदय विद्यालय में अध्यापक हैं, उनके साथ दिल्ली से ट्रेन से मुरादाबाद आये थे.जिस ट्रेन से वो मुरादाबाद आये थे वो अमरोहा में नहीं रुकती है और मुरादाबाद से अमरोहा तक बस से जाना था. इसील‍िए रेलवे स्टेशन से ऑटो पकड़कर सभी बैग उसमे रख लिए और बस स्टैंड पर एक बैग ऑटो में ही छोड़कर बाकी सारे बैग लेकर उतर गए. थोड़ी ही देर में इन्हें पता चला कि इनका एक बैग जिसमें प्रोफेसर का लैपटॉप, पत्नी के जेवरात और नकदी सहित कई जरूरी डॉक्यूमेंट भी थे, वह छूट गया है.
लिहाजा वे रोडवेज चौकी पर आये और एक बैग ऑटो में ही छूट जाने की जानकारी दी. थाना प्रभारी ने फोन पर बताया कि वह सर्च करवा ही रहे थे, तभी ऑटो चालक का फोन प्रोफेसर के पास आ गया जिसने अपना नाम मारूफ बताते हुए जानकारी दी कि बैग ऑटो में रह गया है. उसने बैग खोलकर उसमें रखी एक डायरी से प्रोफेसर का नम्बर देखकर उन्हें फोन किया था, फिर मैंने भी बात की और उसे रोडवेज चौकी पर बुला लिया जहां उसने बैग वापस दे दिया. उसमें सारा सामान भी मौजूद था. सामान की कीमत लगभग ढाई से तीन लाख थी. थाना प्रभारी ने प्रोफेसर विकास सिंह का मोबाइल नम्बर भी दे दिया.
चूंकि थाना प्रभारी ने जानकारी देने के साथ प्रोफेसर विकास सिंह का मोबाइल नम्बर भी दे दिया था लिहाजा देर न करते हुए तुरंत प्रोफेसर विकास सिंह के मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया तो प्रोफेसर विकास सिंह ने फोन पर बताया कि वो मूल रूप से बनारस के रहने हैं और दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं और उनकी पत्नी बीना सिंह अमरोहा के नवोदय विद्यालय में पढ़ाती हैं. वह जनपद अमरोहा में ही रहती हैं. विकास सिंह अपनी पत्नी और 1 साल के बेटे के साथ 9 नवम्बर को दिल्ली से दोपहर 1 बजे श्रमजीवी एक्सप्रेस से चलकर अमरोहा के लिए आये थे क्यूंकि ट्रेन अमरोहा न रूककर मुरादाबाद आती है लिहाजा वो पत्नी और बच्चे के साथ 9 नवम्बर शाम 4 बजे मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर उतरकर अमरोहा जाने के लिए ऑटो करके मुरादाबाद के बस स्टैंड आ गए.
आज तक की खबर के मुताबिक प्रोफेसर ने बताया कि उनका एक बैग जिसमें लैपटॉप, पत्नी के जेवरात, 5 हजार रूपये नकद, क्रेडिट कार्ड, चार्जर, ATM कार्ड के साथ-साथ और भी सामान था, उसे ऑटो में रख दिया. बस स्टैंड पर उतरते समय जब उनका बच्चा रोने लगा तो ऑटो के ऊपर लगे करियर से सामान लेकर ऑटो वाले को भी पैसे दे दिए और बस स्टैंड के अंदर जाकर अमरोहा जाने वाली बस में बैठ गए. बस में बैठने के बाद जानकारी हुई कि एक बैग नहीं है तो हम सभी तुरंत बस से उतर गए और पत्नी को बच्चे के साथ वहीं खड़ा करके ऑटो वाले की बहुत तलाश की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. थक-हारकर बस स्टैंड की पुलिस चौकी पर पहुंचकर बैग ऑटो में ही छूट जाने की जानकारी दे दी. अभी वहां मौजूद चौकी इंचार्ज वीरेन्द्र सिंह राठी से बात कर ही रहे थे तभी उनके पास एक फोन आया कि आपका एक बैग ऑटो में रह गया है और फोन करने वाले ने अपना नाम मारूफ बताया. चौकी इंचार्ज ने भी उससे बात की और उसकी ईमानदारी के लिए शबाशी भी दी.
बात करने के बाद ऑटो चालक मारूफ को चौकी पर ही बुला लिया क्योंकि मारूफ थोड़ा दूर जा चुका था. वो लगभग 6 बजे तक बैग लेकर चौकी पर पहुंच गया. प्रोफेसर विकास सिंह ने बताया कि चौकी पर थाना प्रभारी मोहित चौधरी भी आ गये थे. फिलहाल मारूफ ने बहुत ईमानदारी का काम किया है क्योंकि बैग में रखा कोई भी सामान गायब नहीं था. ऑटो चालक मारूफ ने बैग में रखे आई कार्ड से नम्बर नोट करके फोन किया था. मारूफ की ईमानदारी से खुश होकर थाना प्रभारी मोहित चौधरी ने मारूफ को 500 रुपये का इनाम दिया और 1000 रुपये का इनाम मारूफ को उनके द्वारा भी दिया गया. प्रोफेसर विकास सिंह ने मुरादाबाद पुलिस की तारीफ करते हुए बताया कि मुरादाबाद पुलिस ने उनकी बहुत मदद की है वरना वो बहुत परेशान थे.
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