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आगरा: महंगे शौक और खर्चों ने एक कंप्यूटर इंजीनियर को गैंगस्टर बना दिया. जमानत पर रिहाई के बाद आरोपित नोएडा में पहचान छिपाकर रह रहा था. दिन में कॉल सेंटर में नौकरी करता था. रात में टैक्सी बाइक चलाया करता था. उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज था. हरीपर्वत पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है.
इंस्पेक्टर हरीपर्वत अरविंद कुमार ने बताया कि लॉयर्स कालोनी निवासी आदित्य यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. आदित्य यादव ने पिछले साल एमजी रोड स्थित सेंट जोंस चौराहे के पास एक महिला की चेन लूटी थी. महिला स्कूटी से गिरकर जख्मी हो गई थी. आरोपित के खिलाफ पहले से भी दो मुकदमे दर्ज थे.
पुलिस ने उसे लूट के मुकदमे में गिरफ्तार करके जेल भेजा था. जमानत पर रिहा होने के बाद आरोपित ने शहर छोड़ दिया. नोएडा में जाकर बस गया. वहां कॉल सेंटर में नौकरी करने लगा. रात को टैक्सी बाइक चलाता था. पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था. कई दिनों से उसकी तलाश में जुटी थी. आरोपित का सुराग नहीं मिल रहा था. सर्विलांस की मदद से पता चला कि आरोपित पहचान छिपाकर नोएडा में रह रहा है. चोरी छिपे आगरा आता है. एक टीम को उसके घर पर नजर रखने के लिए लगाया था. आरोपित अपने घर आया था. उसे दबोच लिया गया. आरोपित ने पुलिस को बताया कि वह एमसीए (मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) पास है.
शुरुआत में संगत ने उसे बिगाड़ दिया. उसके खर्चे बढ़ गए थे. आमदनी कोई नहीं थी. अपने खर्चे पूरे करने के लिए उसने लूट करना शुरू किया था. वह सुधरने का प्रयास कर रहा था. उसे अंदाजा नहीं था कि पुलिस उसके पीछे लगी है. उसने अपनी पहचान पुलिस रिकार्ड से बचने के लिए छिपाई थी.