उत्तर प्रदेश

एक्सप्रेसवे पर हाईटेक सिस्टम, पहला राज्य बना UP

jantaserishta.com
15 May 2022 8:31 AM GMT
एक्सप्रेसवे पर हाईटेक सिस्टम, पहला राज्य बना UP
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 4G और 5G वाईफाई एंड्राइड कम्युनिकेशन सिस्टम लगाने का काम शुरू हो गया है. इससे यात्रियों की सुरक्षा के इंतजाम और पुख्ता होंगे. किसी एक्सप्रेसवे पर इस तरह का हाईटेक सिस्टम लगाने वाला यूपी पहला राज्य होगा. इस सिस्टम के लगने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कोई हादसा होने पर 3 मिनट के अंदर सुरक्षा रिस्पॉन्स मिलेगा.

यह सिस्टम इतना हाईटेक होगा कि हादसा होने पर इसकी मदद से थाना, एंबुलेंस, क्रेन और स्वास्थ्य केंद्र पर एक साथ जानकारी पहुंच जाएगी. बता दें कि वर्तमान समय में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सुरक्षा में एक नोडल अधिकारी,8 सुरक्षा अधिकारी,16 सहायक सुरक्षा अधिकारी, 192 पूर्व सैनिक और 63 वाहन चालक तैनात रहते हैं. बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ के चांद सराय से गाजीपुर के हैदरिया तक जाता है.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले यात्रियों से 1 मई से टोल टैक्स लेना शुरू करने की बात कही गई थी. तब कहा गया था कि अगर कोई यात्री बीच में कहीं से भी यात्रा शुरू करता है तो उसे भी टोल टैक्स देना पड़ेगा. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तरह ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भी टोल टैक्स में 25 प्रतिशत छूट जारी रहेगी. लखनऊ से गाजीपुर तक दो मुख्य टोल प्लाजा सहित कुल 13 टोल प्लाजा पड़ेंगे. एक्सप्रेस वे पर बीच के एंट्री/एग्जिट प्वाइंट पर 11 छोटे टोल प्लाजा होंगे.
340.82 किमी लंबा ये एक्सप्रेस-वे प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे है. यह सूबे की राजधानी लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर गाजीपुर के हैदरिया गांव में जाकर खत्‍म होगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद देश की राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सीधे पूर्वी उत्तर प्रदेश जुड़ जाएगा, जिससे पूर्वांचल के लोगों के साथ-साथ बिहार के लोगों को भी सफर करने में काफी सुविधा हो जाएगी. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे सूबे के 9 जिलों को जोड़ेगा, जो लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर हैं. जुलाई 2018 में पीएम मोदी ने आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की बुनियाद रखी थी.


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